बढ़ते कोविड मरीजों व हो रहीं मौतों का दिखा असर, वीकेंड लॉकडाउन में पसरा रहा सन्नाटा

कोंच। कोरोना संक्रमण के लगातार नए नए रिकॉर्ड बनाने और हर रोज हो रहीं अप्रत्याशित मौतों से लोग सहमे हुए हैं जिसका असर वीकेंड लॉकडाउन में साफ दिखाई दिया। बाजारों के अलावा गली मोहल्लों में भी गजब की सूनर पसरी रही और फालतू की टहलबाजी करने बालों में भी कमी देखी गई।
कोविड के बढते जा रहे संक्रमण को लेकर चिंतित यूपी सरकार ने लोगों की जान बचाने के लिए पूर्व में घोषित वीकेंड लॉकडाउन की समय सीमा को बढा कर 83 घंटे का कर दिया है। उसका महत्व शायद अब लोग समझ पा रहे हैं। लोग मौतों के बढते आंकड़ों को लेकर गंभीर भी हुए हैं और सतर्क भी जिसके चलते वीकेंड लॉकडाउन के पहले दिन शनिवार को कस्बे के लगभग सभी बाजारों में सन्नाटा पसरा रहा। यहां तक कि गली मोहल्लों में जो छोटी मोटी दुकानें जो लॉकडाउन में अमूमन खुल जाया करती थीं, शनिवार को वे भी बंद दिखाई दीं। इस वीकेंड लॉकडाउन में फटकियाबाजी में भी खासी कमी देखी गई। सड़कों पर लोगों की फालतू की टहलबाजी पर भी संक्रमण का खासा असर पड़ा जिसके चलते इस तरह की टहलबाजी करने बाले इक्का दुक्का ही दिखाई दिए। कुल मिला कर पहले के मुकाबले अबकी दफा वीकेंड लॉकडाउन पूरी तरह सफल नजर आया।
गौरतलब यह भी है कि शुक्रवार रात आठ बजे से मंगलवार की सुबह सात बजे तक वीकेंड लॉकडाउन की घोषणा सरकार की तरफ से की गई है जिसमें लोगों को अनावश्यक घरों से बाहर नहीं निकलने के लिए आगाह किया गया है। शुक्रवार की रात रात आठ बजे के कोड किए गए समय के इतर नौ बजे के बाद तक भी तमाम दुकानें खुली रहीं जो सरकारी आदेशों निर्देशों की खुले तौर पर धज्जियां उड़ाने जैसी स्थिति कही जा सकती है। यह स्थिति ठीक नहीं है, इस तरह की हरकतें दूसरों की जान को भी जोखिम में डालने बाली हो सकती हैं। बाजारों का जायजा लेने के दौरान देखा गया कि सर्राफा, रामगंज, लवली चौराहा, चंदकुआं, मेन रोड, रेलवे क्रासिंग, मारकंडेयश्वर आदि इलाकों के अधिकांश बाजार बंद दिखे। प्रशासन और पुलिस के अधिकारी भी एक सीमा तक ही सड़कों पर निकले और जो भी मिला उसे घर में रहने की सीख देते रहे।