सदर विधायक के वायरल वीडियो की जांच कराने की उठाई मांग
उरई। विगत दिनो से प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर विधायकों द्वारा अपने-अपने कार्यक्षेत्र में जाकर सरकार द्वारा चलाई जा रही जनहितकारी योजनाओं से जनता को अवगत कराने का कार्य किया जा रहा है। जिसके चलते सदर विधायक गौरी शंकर वर्मा ने अपनी विधानसभा क्षेत्र से गांव में जा-जा कर लोगों को शासन की योजनाओं के बारे में बताने का भरसक प्रयास किया लेकिन एक ग्राम पंचायत में विपक्षियों की साजिश के चलते विधायक के साथ जन चौपाल में बत्तमीजी की। भारतीय संस्कृति में तो यहां तक कहा गया है कि हमारे दरवाजे पर अगर कोई दुस्मन भी आ जाता है तो उसका भी अपमान नहीं करते है। मगर कुछ गांव के सिरफिरे किस्म के लोगों ने विधायक की बेइज्जती करने का पूरा काम किया साथ ही उनकी बदनामी करने के लिए यह आरोप लगाया कि विधायक ने जन चौपाल के दौरान गांव की जनता से अपशब्द बोला। इसी को लेकर आज भारतीय जनता पार्टी के नगर कमेटी में सक्रिय कार्यकर्ता कपिल तोमर दमरास ने अपने साथ कार्यकर्ताओ को लेकर जिलाधिकारी के समक्ष उपस्थित होकर एक लिखित ज्ञापन सौपकर सदर विधायक के वायरल वीडियों की जांच कराये जाने की मांग उठाई। ज्ञापन मे बताया कि उरई जालौन विधानसभा के विधायक गौरी शंकर वर्मा की जन चौपाल कार्यक्रम के दौरान पक्ष रखने का वीडियों वायरल हुआ है। उसका कुछ भाग दिखाया गया है और पक्ष को तोड मरोडकर प्रस्तुत करके उनकी छवि को खराब करने की कोशिश की गई है। ऐसी स्थिति में उक्त प्रकरण की पूरी जांच कराकर षडयंत्रकारियों के विरूद्ध कानूनी कार्यवाही किए जाने की मांग उठाई। इस दौरान ज्ञापन देने में प्रमुख रूप से सूर्यांश सिहं, हिमांशू यादव, अयूष सहाय, बाॅबी ठाकुद, सतीश बारा आदि कार्यकर्ता मौजूद रहें।