इस देश में न आना मेरी लाडो … की प्रस्तुति में मंचासीन अतिथियों की आँखें हुई नम

– अयोध्या प्रसाद आईटीआई कॉलेज में मिशन शक्ति का कार्यक्रम आयोजित किया गया
उरई। शुक्रवार को उरई जालौन रोड स्थित अयोध्या प्रसाद विश्वकर्मा आईटीआई कॉलेज अकोढ़ी दुबे में मिशन शक्ति के तहत कार्यक्रम का आयोजन किया गया तथा होनहार छात्राओं को सम्मानित भी किया गया।
शुक्रवार को उरई जालौन रोड पर स्थित अयोध्या प्रसाद विश्वकर्मा आईटीआई कॉलेज अकोढ़ी दुबे में मिशन शक्ति के तहत एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में आए हुए मुख्य अतिथियों में एआरटीओ श्रीमती सोमलता यादव जिला विद्यालय निरीक्षक भगवत पटेल महिला सशक्तिकरण प्रभारी सुश्री रानी गुप्ता वरिष्ठ समाजसेवी का शशि जनपद में रक्त कणिका के नाम से सुप्रसिद्ध बहन ममता स्वर्णकार एवं समाजसेवी व समाजवादी पार्टी की वरिष्ठ महिला नेत्री कुसुमलता सक्सेना एवं पत्रकारिता में अपनी धाक जमा चुके दैनिक जागरण झांसी के जिला ब्यूरो मनोज राजा उपस्थित रहे। कार्यक्रम की शुरुआत हिंदू रीति रिवाज के अनुसार सर्वप्रथम गणेश जी का स्मरण करते हुए ज्ञान की देवी सरस्वती की मूर्ति पर पुष्पमाला समर्पित कर दीप प्रज्वलित किया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत सर्वप्रथम बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ की थीम के साथ बच्चों के द्वारा इस देश में ना आना मेरी लाडो … के मनमोहक नाट्य के साथ प्रस्तुत किया गया। उक्त प्रस्तुतीकरण के दौरान एक दंपत्ति परिवार अपने जीवन में बेटी को लेकर कितना संवेदनशील होता है इसको लेकर आईटीआई कॉलेज के छात्रों ने बेहतर तरीके से अपने अभिनय के द्वारा प्रस्तुत किया। इस प्रस्तुति में बच्चों ने मंच पर बैठे सभी अतिथियों का ध्यान आकर्षित किया साथ ही उक्त अभिनय को देख मंच पर बैठे सभी अतिथियों के आंखों में भावपूर्ण आंसुओं को रोक नहीं पाए। जिसमें महिला सशक्तिकरण की प्रभारी सुश्री रानी गुप्ता ने नाटक के चरित्र को गहराइयों में लेकर अश्रुपूरित हो गई और उन्होंने कहा कि यह नाटक नहीं यह हकीकत है हमारे आपके घरों इस नाट्य को चरितार्थ देखा जा सकता है। आज हमारा समाज पढ़ा लिखा है लेकिन अभी भी कई ऐसे घर हैं जहां पर बेटे और बेटियों में भेदभाव भी किया जाता है आज भी कई घरों में बेटियां बोझ समझी जाती हैं। जहां बेटे को पलकों में बैठाया जाता है और बेटियों को तिरस्कृत किया जाता है।
आज इस कार्यक्रम के माध्यम से यहां पर बैठे सभी लोगों से यह कहना चाहती हूं कि बेटियां बोझ नहीं बेटियों को भी बेटे की तरह सम्मान दें। आज बेटियां आसमानों की सैर कर अपने माँ बाप सहित अपने देश का नाम पूरे विश्व मे रोशन कर रहीं हैं। हर क्षेत्र में चाहे राजनीति हो, एक्टिंग हो, चाहे शिक्षा या फिर कोई भी विभाग हर जगह पुरुषों की तरह बराबरी से खड़ी व कार्य कर रहीं हैं। क्या इनके मां बाप ने अपने बेटे और बेटी में कभी कोई भी भेद किया होगा अगर किया होता तो आज यह अपने अच्छे कामों से नहीं जानी जाती। इसी प्रकार कार्यक्रम में मुख्य अतिथि सोमलता यादव ने कहा कि आज की नारी शक्ति पढ़ी लिखी व अपने पैरों पर खड़ी है और पुरुषों की भांति हर उस जिम्मेदारी ने अपनी अहम भूमिका निभा रही जिसे पुरुष निभाते है। आज हमारे पुलिस व सेना में ही देख लो जहां महिलाएं अच्छे पदों में पदासीन होकर अपने कर्तव्यों का निर्वाचन कर रही हैं इस लिए हम सभी का दायित्व है कि अपनी बेटियों को खूब पढ़ायें काबिल बनाएं।
इसी क्रम में अपने वक्तव्यों में जिला विद्यालय निरीक्षक श्री भगवत प्रसाद पटेल ने कहा कि बेटियां भविष्य का निर्माण करती हैं बेटे एक कुल का नाम करते हैं तो बेटियां दो घरों का नाम करती हैं। यह अफसोस बात है कि बेटियों को जागरूक करने के लिए सरकारी आयोजनों को आयोजित किया जाता है जबकि यह हमारा धर्म है कि जैसे हम बेटे को लाड़ प्यार से पालते हैं वैसे ही हमें बेटियों को भी पालना चाहिए बेटियां भी आप ही का अंग है बेटियां भी ऊंचाइयों को छू सकती हैं। एक उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा क्या कल्पना चावला बेटी नहीं है आज उसका नाम स्वर्णिम अक्षरों में लिया जाता है। आज हमारी बेटियां ट्रेन से लेकर एरोप्लेन तक चलाने व उड़ाने में सक्षम है। राजनीति हो या सरकारी महकमा हर जगह बेटियां अपना कार्य संभाले हुए हैं। आप अपने इलाज के लिए भी महिला डॉक्टर को ही ढूंढते हैं अगर इन महिलाएं के साथ भेदभाव की भावना रखी जाती है तो क्या यह डॉक्टर बन पाती। आज हमारा समाज उच्च स्तर पर ऊंची सोच के साथ बुलंदियों को छू रहा है लेकिन हमारी रूढ़िवादिता आज भी हमें कहीं न कहीं पीछे धकेल रही है। इसलिए समान भाव के साथ बेटे व बेटियों को बेहतर शिक्षा और बेहतर जीवन के लिए प्रोत्साहित करें जो बेटे नहीं करते वह बेटियां कर दिखातीं हैं।
इसी क्रम में राइफल शूटिंग के डायरेक्टर दीपक पांडे ने कहा कि बेटियां हर खेल को पुरुषों की बराबरी से खेल रही है और अपने प्रतिभाओं को प्रदर्शित कर देश विदेश में अपना नाम रोशन कर रही है। इसी क्रम में ममता स्वर्णकार ने कहा कि मैं भी एक बेटी हूं और सामाजिक कुरीतियों को दरकिनार कर हमेशा अपने लक्ष्य को देख अपना कार्य किया है। आज जनपद जालौन के लोग मुझे रक्त कणिका के नाम से जानते हैं क्योंकि आप लोगों के प्यार व आशीर्वाद से मैंने अकेले ही रक्तदान कर लोगों की जिंदगीयों को बचाने का प्रयास किया है। शुरुआत में कई कठिनाइयां आती हैं हमें उसका डटकर सामना करना चाहिए महिला शक्ति का रूप होती हैं और शक्ति माता पार्वती मां दुर्गा मां सरस्वती मां लक्ष्मी आदि देवियों का स्वरूप होती हैं इसलिए हमें अपनी सोच को बदल कर अपनी ताकत को पहचानना होगा समाज के खोखले कुरीतियों को दरकिनार कर हर आने वाली समस्या का डटकर सामना करना होगा तभी हम आगे बढ़ पाएंगे नहीं तो जीवन में अवरोध बहुत हैं अगर आप डर गए तो आप कहीं न कहीं खुद को ही गायब या असहज महसूस करेंगे। समाज में जीना है और कुछ तो करना होगा, मेहनत तो करनी ही पड़ेगी हर परेशानियों का सामना करना पड़ेगा और बेहतरीन शिक्षा को हासिल करना होगा। आज महिला सुरक्षा के नाम पर बहुत सारी योजनाएं उपलब्ध करा दी गई हैं। अगर आप कहीं अपने आप को असुरक्षित महसूस करें या आपका उत्पीड़न हो तो पुलिस हेल्पलाइन नंबर का निसंकोच उपयोग करें और अपने कार्य को करते हुए निडरता के साथ आगे बढ़ाते रहें। हम सभी लोगों के पास कोई ना कोई प्रतिभा होती है उसको सामने लायें। कार्यक्रम में छात्राओ को भी सम्मानित किया गया जिसमे सर्वश्रेष्ठ अंक के लिए विशाखा पाल, पूनम, वंदना, दीपिका कुशवाहा, लक्ष्मी, शालिनी, निशा, कीर्ति, सर्वेशी, दिव्यांशी आकांक्षा, नीलम, प्रिया, छाया, उर्मिला, वर्षा, सरस्वती को सम्मानित किया गया। अंत में अयोध्या प्रसाद आईटीआई कॉलेज के उप प्रबंधक डॉ० प्रियंक शर्मा ने मिशन शक्ति के शुभ अवसर पर होनहार छात्राओं को स्मृति चिन्ह व प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया। साथ ही उनके उज्जवल भविष्य की कामना की इस दौरान श्री शर्मा जी ने कहा कि यूं आप को आगे बढ़ते रहें और अपने मात-पिता गुरुजनों का नाम रोशन करें। अंत में कार्यक्रम में आए सभी अतिथियों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया एवं उनका आभार प्रकट किया। इस मौके पर संरक्षक लल्लूराम विश्वकर्मा, आशा देवी, सीता देवी, नीरज कुशवाहा, विक्रांत वर्मा, मदनमुरारी, लक्ष्मी ओझा, प्रतिभा शर्मा सहित समस्त कॉलेज स्टाफ उपस्थित रहा।