ग्रामीण की सप्लाई टाउन से जोड़ने को लेकर नदीगांव में हंगामा

– ओवरलोड की समस्या को लेकर दो महीने पूर्व बिजली विभाग ने किया था बदलाव
– टाउन की सप्लाई गड़बड़ाने से लोगों में उपजा आक्रोश
कोंच। बिजली विभाग द्वारा दो महीने पूर्व नदीगांव इलाके में लाइनों पर ओवरलोड होनेे के कारण ग्रामीण इलाके की सप्लाई को टाउन के फीडर पर डाल दिया था जिसके चलतेे नदीगांव टाउन के लोगों को बाधित विद्युत आपूर्ति का दंश पिछले दो महीनेे सेे ही झेलना पड़ रहा है। अब जब गर्मी अपना रूप विकराल करती जा रही है और गड़बड़ा रही बिजली आपूर्ति ने कस्बे वासियों को रुलाना शुरू किया तो सोमवार को वेे फट पड़े और सुभाष चौराहे पर जमकर हंगामा काटा। बबाल की सूचना मिलते ही स्थानीय प्रशासन और बिजली विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे तथा भारी संख्या में पुलिस बल भी वहां बुला लिया गया था। अधिकारियों ने आक्रोशित लोगों सेे बात कर किसी तरह उन्हें समझा बुझा कर शांत किया।
सोमवार को सुबह से ही नदीगांव कस्बे के सैकड़ों लोग सुभाष चौराहे पर इकट्ठा हो गए और हंगामी काटने लगेे। कस्बे वासियों की समस्या यह थी कि ग्रामीण इलाकों की बिजली आपूर्ति लाइनें ओवरलोड होनेे के कारण बिजली विभाग के अधिकारियों ने लगभग दो महीने पूर्व पहले महेेशपुरा फीडर से रूरल की लाइन जोड़ दी लेकिन सप्लाई ठीक नहीं हो सकी। इसके बाद अधिकारियों नेे सुभाष चौराहे के पास से ग्रामीण आपूर्ति को नदीगांव टाउन से जोड़ दिया। इस बदलाव से ग्रामीण की सप्लाई तो दुरुस्त हो गई लेकिन टाउन की आपूर्ति गड़बड़ा गई। कस्बे वासियों का आरोप है कि मौसम में ठंडक के कारण वे झेलतेे रहे लेकिन अब गर्मी अपना रूप दिखाने लगी है और बाधित आपूर्ति से कस्बे के लोगों को दिक्कत हो रही है लिहाजा वे चाहते हैं कि टाउन फीडर से ग्रामीण की सप्लाई हटाई जाए। हंगामे की खबर पर एसडीएम अशोक कुमार, अधिशासी अभियंता विद्युत सुभाष सचान, अवर अभियंता मोहित सोनी आदि मौके पर पहुंच गए थे। इधर, नदीगांव एसएचओ रूपकृष्ण त्रिपाठी भी दल बल के साथ वहां पहुंच गए थे और सभी अधिकारियों नेे नागरिकों को समझाने का प्रयास किया लेकिन वे मानने को राजी नहीं थे। बाद में एसडीएम ने लोगों को ग्रामीणों की समस्या के बाबत समझाया और एक महीने यानी 15 अप्रैल तक और इस व्यवस्था को बहाल रहने देने पर किसी तरह राजी कर लिया। इस दौरान नगर पंचायत अध्यक्ष भानु प्रकाश वर्मा, बलराम, पवन झा, संतोष, कुलदीप, पप्पू, रामकिशोर आदि मौजूद रहे।