समय रहते ही डॉक्टरों की आवाज सुनी होती तो नहीं होती यह बर्बरता : संजय सिंह

लखनऊ (न्यूज़ एजेंसी) एनईईटी-पीजी की काउन्सलिंग पर आम आदमी पार्टी ने राज्यसभा में हुई अनसुनी को लेकर मोदी सरकार को आईना दिखाया है। शून्यकाल के दौरान राज्यसभा सदस्य एवं पार्टी के यूपी प्रभारी संजय सिंह ने 9 दिसंबर को इस मामले को सदन के पटल पर रखने की अनुमति मांगी थी। इसी मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे डॉक्टरों पर लाठीचार्ज की घटना के बाद मंगलवार को संजय सिंह राज्यसभा में हुई अनसुनी पर मोदी सरकार को घेरा है। दो टूक कहा है कि अगर समय से डॉक्टरों की बात सुनी गई होती तो उन पर लाठीचार्ज ऐसी बर्बर घटना की नौबत ही नहीं आती। कहा- ये वही कोरोना योद्धा हैं जिन पर फूल वर्षा हुई थी अब लाठी वर्षा हो रही।
मंगलवार को आप के यूपी प्रभारी राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने ट्वीट किया। लिखा एनईईटी-पीजी की काउन्सलिंग दो वर्षों से नहीं हुई। मैंने ये मुद्दा देश की संसद में उठाने की कोशिश की। अगर मोदी जी ने समय रहते इन डॉक्टरों की आवाज़ सुन ली होती तो इनको पुलिस की बर्बरता का सामना नहीं करना पड़ता। “ये वही कोरोना योद्धा हैं जिन पर फूल वर्षा हुई थी अब लाठी वर्षा हो रही।”
इससे पहले उन्होंने 9 दिसंबर को सदन के सामने लिखित रूप से उन्होंने दिल्ली सहित पूरे देश में हड़ताल कर रहे डॉक्टरों का मामला उठाया था। चिकित्सा क्षेत्र में मजबूती का हवाला देते हुए डॉक्टरों की मांगों को अपना समर्थन दिया था। एनईईटी-पीजी की काउन्सलिंग प्रक्रिया में विलंब का मामला उठाते हुए कहा था कि इस विलंब के चलते द्वितीय एवं तृतीय वर्ष के रेजिडेंट डॉक्टर पिछले 2 वर्षों से मानसिक एवं शारीरिक रूप से तनाव में है। काउंसलिंग प्रक्रिया में विलंब के कारण लगभग 42000 डॉक्टर्स को सीट नहीं मिल पा रही है। इन डॉक्टरों की काउंसलिंग प्रक्रिया को तय समय में पूरा न करना महामारी के खतरे को नजर अंदाज करने के बराबर होगा।