इप्टा कोंच की ग्रीष्मकालीन नाट्य कार्यशाला का हुआ समापन

कोंच/जालौन। ‘भारतीय जन नाट्य संघ (इप्टा) कोंच इकाई द्वारा आयोजित 23वीं बाल एवं युवा रंगकर्मी नाट्य प्रशिक्षण कार्यशाला का रविवार को टीडी वैद स्मृति रंगमंच स्थल, अमरचंद्र माहेश्वरी इंटर कॉलेज में रंगारंग समापन हुआ। चेयरमैन प्रदीप गुप्ता ने कहा कि कोंच साहित्यिक, सांस्कृतिक प्रतिभाओं की भूमि है। बस, जरूरत है उन्हें तराशने की और ये काम इप्टा जैसी संस्थाएं बखूबी कर रही हैं। उनका प्रयास है कि कलाकारों की प्रस्तुति हेतु नगर पालिका उच्च कोटि का रंगमंच स्थल या ऑडिटोरियम का निर्माण कराए ताकि कलाकारों को मंचीय प्रस्तुति हेतु परेशान न होना पड़े।
पालिकाध्यक्ष प्रदीप कुमार गुप्ता के मुख्य आतिथ्य एवं इप्टा राष्ट्रीय कार्यसमिति के सदस्य राज पप्पन के विशिष्ट आतिथ्य में आयोजित समापन समारोह में इप्टा के रंगकर्मियों ने एक से बढ़कर एक प्रस्तुतियां देकर तालियां बटोरीं। इप्टा की राष्ट्रीय कार्यसमिति के सदस्य राज पप्पन ने कहा की इप्टा लोक संस्कृति की संवाहक है। यह देश का एकमात्र सांस्कृतिक संगठन है, जिसका जन्म बंगाल के अकाल की कोख से हुआ और देश की आजादी के आंदोलन में बढ-चढ कर हिस्सा लिया। इप्टा कोंच के संस्थापक अध्यक्ष डॉ. मोहम्मद नईम बॉबी ने कहा कि भारतीय सिनेमा के विकास, साहित्य सृजन के साथ- साथ जन संस्कृति को विकसित करने में इप्टा का अहम् योगदान है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए इप्टा कोंच इकाई के अध्यक्ष अनिल कुमार वैद एडवोकेट ने आभार जताया। स्वागत उपाध्यक्ष ट्रिकल राठौर ने, संचालन अमन अग्रवाल एवं डॉ. मोहम्मद नईम ने किया। रियाज मंसूरी अंकुल राठौर साहना खान, आस्था बाजपेयी, ट्रिंकल, कैफ, दानिश, यूनुस, राहुल ने सशक्त प्रस्तुतियों के माध्यम से समाज की विद्रूपताओं को उजागर किया, साक्षी पिपरैया द्वारा शास्त्रीय नृत्य एवं बाल रंगकर्मियों ने बुंदेली एवं राजस्थानी लोक नृत्य, अन्वी वैद्य ने देशभक्ति गीत प्रस्तुत किए। अतिथियों द्वारा सभी रंग कर्मियों को सम्मान पत्र वितरित किए गए।
इस अवसर पर प्रतिपाल सिंह गुर्जर, मनोज इकड़या, मुनब्बर शाह, राजेंद्र निगम, गौरव, रिजवान मंसूरी छोटू टाइगर, रामकिशोर पुरोहित ललिया, प्रधव मिश्रा, संतोष तिवारी, नंदराम भावुक, संजय सिंघाल, अमजद आलम, डॉ. धर्मेंद्र वर्मा, फिल्म एवं टीवी कलाकार अनूप शर्मा, देव सिंह सेंगर, पारसमणि अग्रवाल, योगेंद्र कुशवाहा, अमन खान, विशाल याज्ञिक, तैयबा, तसनीम, कुलसुम, पीयूष राठौर आदि उपस्थित रहे।