तहसील दिवस पर की गयी शिकायतों के आदेशों की स्थानीय अधिकारी उड़ाते हैं धज्जियां

जालौन। सरकार द्वारा चलाए जा रहे संपूर्ण समाधान दिवस के निर्देशों की स्थानीय अधिकारी धज्जियां उड़ा रहे हैं। जिससे लोगों का इन आयोजनों से मोहभंग होता जा रहा है। जिसके चलते शिकायतों में लगातार कमी आ रही हैं।
जनता की समस्या का शीघ्र निस्तारण हो जिसके लिए सरकार ने संपूर्ण समाधान दिवस, थाना समाधान दिवस जैसी तमाम महत्वपूर्ण आयोजनों को शुरू किया। जिससे जनता को समस्याओं लिए भटकना न पड़े। और लोगों की समस्या तहसील स्तर पर ही निस्तारित हो सके। जिसके लिए अधिकारी जनता की शिकायतों को इन समाधान दिवस पर निस्तारित कर सके। लेकिन ऐसा होता नजर नहीं आ रहा है। स्थानीय स्तर के अधिकारी चाहे थाना समाधान दिवस हो या फिर तहसील दिवस हो, शिकायतों के निस्तारण में सिर्फ औपचारिकता पूरी करते नजर आ रहे हैं। जिसके चलते समाधान दिवस में दिन-प्रतिदिन फरियादियों की संख्या कम होने लगी है।
ऐसा ही एक मामला कैथ गांव का है जहाँ कुछ किसानों द्वारा बताया कि उन्होंने जिला स्तरीय तहसील दिवस पर लेखपाल को लेकर एक शिकायत दर्ज कराई थी। जिस पर आज तक कोई कार्यवाही नही की गयी। कमलेश पटेल, बृजमोहन भास्कर, धर्मेंद्र सुनील कुमार निवासी कैथ ने बताया कि उन्होंने जिलाधिकारी की अध्यक्षता में आयोजित तहसील दिवस पर गांव के लेखपाल विश्वजीत यादव की शिकायत की थी जो आए दिन ग्रामीणों को परेशान कर उनके साथ उत्पीड़न करते हैं तथा कोई भी सरकारी कार्य बिना सुविधा शुल्क लिये बगैर नहीं करते। इतना ही नही अगर सुविधा शुल्क नहीं दी तो वह काम के लिये चक्कर लगवाते रहते हैं। किसानों ने इसकी शिकायत कई बार तहसीलदार बलराम गुप्ता तथा उप जिलाधिकारी से की।
किसानों द्वारा की गई शिकायतों पर आज तक कोई भी कार्यवाही नहीं की गई। किसानों ने उक्त लेखपाल की शिकायत संपूर्ण समाधान दिवस पर जिलाधिकारी की अध्यक्षता में आयोजित तहसील समाधान दिवस पर दर्ज कराई फिर भी आज तक कोई शिकायत का निस्तारण नहीं किया गया। जिससे लेखपाल के हौसले बुलंद हैं और किसान आज भी परेशान है। ग्रामीणों ने जिलाधिकारी से उक्त लेखपाल की जांच कराकर उसके खिलाफ कार्यवाही किये जाने की मांग की।