अगर संगठन को मजबूत करना है तो सबसे पहले सदस्य को मजबूत करना होगा : डॉ० प्रियंक शर्मा
डॉ० प्रियंक शर्मा को "लाइफ टाइम अचीवमेंट" से किया गया सम्मानित

उरई/जालौन। दिन रविवार 28 मई को लखनऊ में स्थित उर्दू एकेडमी में विश्व मानवाधिकार परिषद द्वारा कोर कमेटी की बैठक हुई। साथ ही संगठन द्वारा भारत के अलग-अलग प्रदेशों से आए पदाधिकारी एवं सदस्यों को भारत गौरव सम्मान से सम्मानित किया गया इस दौरान संगठन को मजबूत करने का संगठन के वरिष्ठ पदाधिकारियों द्वारा गुरु मंत्र भी दिया गया। इस दौरान संगठन के सभी सदस्यों एवं पदाधिकारियों को एक परिवार का हिस्सा बताते हुए उन्हें साथ में जोड़े रखने पर विशेष बल दिया गया।
इस दौरान कहा गया कि हमारे संगठन का प्रत्येक सदस्य उस मजबूत बहु मंजिली इमारत की नींव की तरह है जिस तरह एक बहू मंजिली इमारत जमीन के सबसे आखिरी हिस्से पर दवा होता है लेकिन वह अपने ऊपर उस बहु मंजिली इमारत को साधे रखता है अर्थात अगर संगठन में सदस्य ही ना हो तो वह संगठन किस काम का ऐसा ही कुछ विश्व मानवाधिकार के संस्थापक एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉक्टर एमआर अंसारी ने कहा।
इस दौरान विश्व मानवाधिकार परिषद के राष्ट्रीय यूथ अध्यक्ष डॉक्टर प्रियंक शर्मा ने कहा कि संगठन में जितना मेन बॉडी कार्य करती है उससे कहीं ज्यादा हमारी यूथ की टीम अपने बेहतरीन प्रदर्शन से कार्य को अंजाम देती है हमारा प्रत्येक युवा हमारे संगठन की जान है उसके बिना संगठन का आगे बढ़ पाना बहुत ही कठिन है युवा वर्ग दिखता है तो एक शक्ति एकता ताकत का एहसास होता है जिसके दम पर कोई भी बड़े से बड़ा है कार्य बड़े आसानी से हो जाता है।
इसके अलावा कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए पूरे भारतवर्ष से आए हुए सभी पदाधिकारियों व सदस्यों को उनके बेहतर प्रदर्शन हेतु भारत गौरव सम्मान से सम्मानित किया गया और उन्हें बेहतर प्रदर्शन के लिए प्रशस्ति पत्र मेडल एवं शील्ड सम्मान के तौर पर दी गई। जिसमें जनपद जालौन के सबसे ज्यादा पदाधिकारी व सदस्य सम्मानित हुए इस दौरान सर्वप्रथम राष्ट्रीय यूथ अध्यक्ष डॉक्टर प्रियंक शर्मा को लाइफ टाइम अचीवमेंट से सम्मानित किया गया।
तत्पश्चात उनके अथक प्रयासों से उनकी युवा टीम में जनपद जालौन से कुलदीप मिश्रा, डॉ शिव कुमार पांचाल, मृदुल साकेत निखरा, आशीष विश्वकर्मा, दीपक कुमार वर्मा, श्रीमती कुसुम लता सक्सेना सहित दर्जनों युवाओं को सम्मानित किया गया। साथ ही राष्ट्रीय यूथ अध्यक्ष द्वारा निर्देश दिए गए कि प्रत्येक सदस्य व पदाधिकारी को कम से कम दो दो सदस्यों को जोड़ने का कार्य करें जिससे संगठन को और मजबूती मिल सके।