साहित्यिक संस्था पहचान ने शोक सभा कर सुरेंद्र मौखरी दी श्रद्धाजंली

उरई/जालौन।दिन रविवार को बज़रिया में एक शोक सभा कर पूर्व ज़िला पंचायत सदस्य राजनीत के साथ समाज के हर वर्ग में अपनी एक अलग पहचान सिर्फ 44 साल की उम्र में बनाने वाले सुरेंद्र मौखरी को शोक संवेदना व्यक्त की जिसमें नगर के साहित्यकार समाजसेवी शामिल रहे बताते चलें 20 दिसम्बर को सुबह हार्डअटैक आने से इस दुनियां से रुखसत हो गए।
शोकसभा में पहचान के अध्यक्ष शफीकुर्रहमान कशफी संस्था के उपाध्यक्ष समाजसेवी यूसुफ अंसारी ने अपना शोक व्यक्त करते हुए कहा कि सुरेंद्र मौखरी ने इतनी कम उम्र में ज़िले में जो समाज के हर वर्ग के दिलों में अपने कार्य और मिलनसारी से जगह बनाई थी वो याद कर आंखे झलक उठतीं है वो जनपद की राजनीति का भी एक चमकता हुआ सितारा था जो आज हम लोगों के बीच नहीं है उसकी आकस्मिक मौत की खबर सुन उमड़ा जन सैलाब और सबकी नम आंखें ये कह रहीं थी कि वो सबका कितना अज़ीज़ था शोकसभा में मौजूद सभी लोगों ने कहा उनका इस तरह जाना परिवार के साथ सभी के लिए अपूर्ण क्षति है जिसे कभी नही भरा जा सकता।
इस मौके पर साहित्यकार शायर असरार अहमद मुक़री कृपाराम कृपालु वीरेंद्र तिवारी जमालुद्दीन प्रताप यादव गणेशदत्त गिरी सर्वेश दिवोलिया शादाब सभासद अशरफ अंसारी मुन्ना अंसारी सतीश वर्मा हाजी क़य्यूम शोएब अंसारी मुस्तकीम बाबा सय्यम भाई आसिफ अंसारी शोएब खान बाबा रामकुंड अभिषेक श्रीवास्तव आदि सैंकड़ों लोग मौजूद रहे अंत सभी ने दो मिनट का मौन रख शोक श्रद्धाजंली दी।