तीन फरवरी को नवनिर्मित गर्भगृह में प्रवेश करेंगे रामलला सरकार
भगवान नर्मदेश्वर व उनके परिवार की प्राण प्रतिष्ठा के लिए चल रहे हैं अनुष्ठान, अन्नवास किया

कोंच/जालौन। नगर के अति प्राचीन और रानी लक्ष्मीबाई के गुरुद्वारे के रूप में विख्यात रामलला मंदिर के नवनिर्मित गर्भगृह में आगामी 3 फरवरी को रामलला सरकार प्रवेश करेंगे। मंदिर प्रांगण में नवनिर्मित नर्मदेश्वर मंदिर में भगवान शिव परिवार की प्राण प्रतिष्ठा के शुरुआती अनुष्ठान बाहर से आए विद्वान ब्राह्मणों के द्वारा किए जा रहे हैं। वैदिक मंत्रोच्चार के बीच रविवार को भगवान नर्मदेश्वर का अन्नवास कराया गया। शनिवार से भागवत पुराण के पाठ भी शुरू कर दिए गए हैं।
यहां मोहल्ला गांधी नगर में अवस्थित अति प्राचीन रामलला मंदिर का पुनरुद्धार मंदिर के मौजूदा गद्दीधर महंत रघुनाथ दास द्वारा कराए जाने के अलावा नर्मदेश्वर महादेव को विराजमान कराने के लिए नया नर्मदेश्वर मंदिर भी बनवाया है। इसमें भगवान नर्मदेश्वर, भगवान गणेश, गरुण, हनुमान, कार्तिकेय आदि की मूर्तियों की प्राणप्रतिष्ठा 3 फरवरी को कराए जाने को लेकर मंदिर में भागवत पुराण पाठ का आयोजन किया गया है। अयोध्या चित्रकूट से आए विद्वान ब्राह्मण मुख्य आचार्य दीपेंद्र तिवारी ललितपुर, वेदाचार्य द्वय पं. गयाप्रसाद, पं. कृष्णावतार शास्त्री, ब्रजेश कुमार तिवारी आदि वैदिक मंत्रोच्चार के बीच धार्मिक अनुष्ठान संपन्न करा रहे हैं। यजमानों की भूमिका में सीमा-संजीव सोनी, नीतू-भोला नाथ झा, हेमंत-शचींद्र मोहन बसेड़िया, रमा-दिनेश चंद्र द्विवेदी, मंजू-रामचंद्र ओमरे आदि अनुष्ठान कर रहे हैं। मंदिर के पुजारी गोविंद दास ने बताया कि नवनिर्मित मंदिर में नर्मदेश्वर शिवजी व अन्य देवी देवताओं की प्राण प्रतिष्ठा होनी है जिसको लेकर मंदिर में सात दिवसीय अनुष्ठानिक कार्यक्रम चल रहे हैं। 3 फरवरी को विधिविधान के साथ सभी मूर्तियों की जहां प्राण प्रतिष्ठा होगी वहीं भगवान रामलला नवनिर्मित गर्भगृह में प्रवेश करेंगे।