देवी भागवत श्रवण तथा पाठ करने से प्राणियों को पुण्य प्राप्त होता है : हरि नारायणाचार्य

कोंच/जालौन। नदीगांव में चल रहे सहत्र चंडी महायज्ञ में कथा व्यास हरिनारायणाचार्य जी महाराज ने कहा कि मोक्ष प्रदान करने वाला दिव्य ग्रंथ है देवी भागवत। श्रीमद् देवी भागवत महापुराण आयु, आरोग्य, पुष्टि, सिद्धि एवं आनंद प्रदाता है। देवी भागवत एक अत्यंत गोपनीय पुराण है, जिसका वर्णन सर्वप्रथम भगवान शिव ने महात्मा नारद से किया। पूर्वकाल में उसे फिर स्वयं भगवान व्यास ने भक्तिनिष्ठ महर्षि जैमिनि के लिए श्रद्धापूर्वक कहा और फिर उसी को वर्तमान में प्रेषित किया जाता है। इसके श्रवण तथा पाठ करने से समस्त प्राणियों को पुण्य प्राप्त होता है।
मानस भवन में चल रही श्रीमद् देवी भागवत कथा में कथा व्यास ने कहा कि सभी प्राणी जिनके भीतर स्थित हैं और जिनसे संपूर्ण जगत प्रकट होता है, जिन्हें परम तत्व कहा गया है, वे साक्षात स्वयं भगवती ही हैं। सभी प्रकार के यज्ञों से जिनकी आराधना की जाती है, जिसके साक्षात हम प्रमाण हैं, वे एकमात्र भगवती ही हैं। जो इस समग्र जगत को धारण करती हैं तथा योगीजन जिनका चिंतन करते हैं और जिनसे यह विश्व प्रकाशित है, वे एकमात्र भगवती दुर्गा ही इस जगत में व्याप्त हैं। परम पूज्य संत कृपाल सिंह महाराज अध्यात्म निकेतन आश्रम ग्वालियर का भी आशीर्वचन श्रद्धालुओं को प्राप्त हुआ, उनके साथ लहार के भाजपा नेता रोमेश महंत भी मौजूद रहे। इस अवसर पर अभिमन्यु सिंह डिंपल, संतोष अग्रवाल, परमाल ठाकुर, शशिकांत मिश्रा, संतोष चौरसिया, धर्मेंद्र ठाकुर, सचिन खरे, शिवनारायन प्रजापति, सुशील, सत्यम, गोलू, गोपाल, पुष्पेंद्र, भोलू, अवनीश अग्रवाल आदि लोग मौजूद रहे।