आवारा मवेशियों ने बढ़ाई किसानों की चिंता, बंद पड़ी गौशालाओं को चालू करने की मांग
भाकियू की मासिक पंचायत में उठीं किसानों से जुड़ी समस्याएं

कोंच/जालौन। अक्टूबर में हुई बेसाख्ता बारिश के बाद जैसे तैसे खेतों का पानी निकाल कर किसान बुवाई में जुटा है लेकिन आवारा घूम रहे मवेशियों ने उसके माथे पर बनीं चिंता की लकीरों को गहरा कर दिया है। गुरुवार को संपन्न हुई भारतीय किसान यूनियन की मासिक पंचायत में भी अन्ना मवेशियों का मुद्दा जोर शोर से उठाया गया और तमाम गांवों में बंद पड़ी गौशालाओं को चालू कर उनमें इन आवारा मवेशियों को दाखिल करने की मांग उठाई गई। इसके अलावा और भी तमाम समस्याएं सामने आई जिनके निदान के लिए एसडीएम को मांग पत्र दिया गया।
भाकियू की मासिक पंचायत गुरुवार को गल्ला मंडी सभागार में शशिभूषण सिंह आजाद परैथा की अध्यक्षता में संपन्न हुई जिसमें बंद पड़ी गुरावती, पचीपुरा कलां, बदऊंआ, गोवर्द्धनपुरा, लौना, डाढी, वोहरा आदि गांवों की बंद पड़ी गौशालाओं को चालू कराने और छुट्टा घूम रहे जानवरों को उनमें बंद करने की मांग उठाई गई। रवी फसलों की बुवाई को देखते हुए ग्रामीण क्षेत्रों में कम से कम अट्ठारह घंटे विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने की मांग भी उठी। इसके साथ ही खराब पड़े विद्युत ट्रांसफार्मरों को भी बदलने की मांग उठी। गांवों को मेन रोड से जोड़ने वाले कमोवेश सभी संपर्क मार्ग उखड़े जीर्णशीर्ण पड़े हैं, इनकी मरम्मत कराए जाने, ग्राम गोरा करनपुर में मेन रोड से गंदा नाला तक बंबे की खुदाई सफाई कराने, परैथा माइनर डाढी से घमूरी के बीच बंबी की पुलिया टूटी है, उसकी मरम्मत या उसका नया निर्माण कराए जाने की मांग किसानों ने उठाई। इन समस्याओं के निदान के लिए एसडीएम कृष्ण कुमार सिंह को मांग पत्र दिया गया। इस दौरान चतुरसिंह पटेल, डॉ. पीडी निरंजन, गयाप्रसाद कुशवाहा, वीरेंद्र सिंह, श्यामसुंदर, कालीचरण, रामदत्त, आत्माराम, रामलाल, जसवंत सिंह, नीरज पटेल, रामकिशोर, प्रमोद कुमार सहित तमाम किसान मौजूद रहे। भाकियू तहसील अध्यक्ष चतुरसिंह पटेल ने बताया, आगामी 26 नवंबर को लखनऊ में होने वाली महा पंचायत को राकेश टिकैत का मार्ग दर्शन मिलेगा। पंचायत में अधिक से अधिक किसानों से पहुंचने का आह्वान किया गया।