जिलाधिकारी की अध्यक्षता में क्रेडिट आउटरीच कार्यक्रम का किया गया आयोजन

उरई (जालौन) आजादी का अमृत महोत्सव के अंतर्गत ऑइकोनिक वीक (06-12 जून) के तहत क्रेडिट आउटरीज कार्यक्रम का आयोजन जिला अग्रणी प्रबंधक अनुपम कुमार गुप्ता ने किया जिसमे जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन ने अध्यक्षता की। यह कार्यक्रम रानी लक्ष्मी बाई सभागाार विकास भवन उरई में आयोजित किया गया है।
इस कार्यक्रम मे मुख्य रुप से डीसी. एनआरएलएम. अवधेश दीक्षित, डीडीएम. नाबार्ड परितोष कुमार, मण्डल प्रमुख कानपुर विवेक उप महाप्रबंधक, मण्डल प्रमुख झांसी एस.के. महाराना सहायक महाप्रबंधक, जी.एम. जिला उद्योग केंद्र योगेश कामेश्वर, क्षे़त्रीय प्रबंधक आर्यवर्त बैंक राजकुमार जोशी, सभी बैंको के जिला समन्वयक एवं इंडियन बैंक जिला जालौन के समस्त शाखा प्रबंधक गण उपस्थित, ग्राहक बंधु, मिलाकर कुल 235 लोग उपस्थित रहे।
एलडीएम. ए के. गुप्ता ने ऑइकोनिक वीक (06-12 जून) की उपयोगिता एवं महत्वता पर चर्चा कर इस कार्यक्रम का शुरूआत किया एवं बताया कि यह कार्यक्रम आजादी की 75 वी वर्षगांठ पर आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत क्रडिट आउटरीच कार्यक्रम के रुप मे मनाया जा रहा है जिसमें विभिन्न लोगो को बैंक क्षेत्र के माध्यम से ऋण प्रदान कर स्बावलंबन करना है ताकि उनके लिये रोजगार के साधन उपलब्ध हो सके और इसमे वो अपने परिवार, समाज और देश को आगे बढ़ा सके।
कानपुर मंडल से आये उप महाप्रबंधक विवेक ने बताया कि इस समय ग्रामीण महिलाये जो स्वयं सहायता समूह के कार्य कर रही है उन महिलायो को बैंक द्वारा एसएचजी- सीसीएल के माध्यम से वित पोषित किया जाना अत्यंत आवश्यक है ताकि ग्रामीण महिलाओं जो आज हासिये पर खड़ी है वो मुख्य धारा मे आ सके। इसके अतिरिक्त उन्हे जन समर्थ पार्टल के बारे मे बताया कि कोई भी व्यक्ति इस पोर्टल मे 4 क्षेत्रों जैसे शिक्षा, कृषि, अजीविका एवं व्यापार के अंतर्गत 13 से ज्यादा ऋण योजनाओं का लाभ उठा सकते है।
मंडल प्रमुख झांसी एस के महाराना जी ने आजादी के अमृत महोत्सव की महत्वता पर प्रकाश डालते हुये बताया है कि यह महोत्सव एतिहासिक रुप से कितना महत्वपूर्ण है जिन वीर सपूतो ने अपनी जान न्योछावर करके देश को आजादी दिलाई आज उनके इस बलिदान को याद करने की आवश्यकता है। देश की आजादी के बाद जो भारत जो स्बावलंबन की दिशा मे आगे बढ रहा है और नई-नई ऊंचाई को छू रहा है, अमृत महोत्सव को मनाना इस दिशा मे उठाया एक कदम है। इस कार्यक्रम के माध्यम से जिला जालौन के समस्त बैंको द्वारा गरीबो, महिलाओं, बेरोजगारो, युवाओ एवं व्यापारियो को ऋण प्रदान कर उन्हे स्वालंबी बनाना है ताकि वो अपने समाज, परिवार एवं देश मे अपना विशेष योगदान दे सके।
डीडीएम नाबार्ड परिताश कुमार ने अपने विभाग से जुडी योजनाये जैसे एग्रीकल्चर इन्फ्रास्ट्रक्चर फण्ड, वेयरहाउस निर्माण एवं डेयरी आदि योजनायो के बारे मे सभा मे बैठे लोगो को बताया कि उन्हे इन से लाभान्वित होकर जिले के प्रगति मे अपना बहुमुल्य योगदान देना चाहिये।
डीसीएनआरएलएम. अवधेश दीक्षित ने बताया कि एसएचजी महिलाए जो पशुपालन के कार्य मे सतृप्त है उन्हे केसीसी. पशुपालन देने की आवश्यकता है ताकि वो इस क्षेत्र और अपनी भागीदारी दिखाये एवं आत्म निर्भर बन सके।
जिलाधिकारी ने आउटरीज कार्यक्रम के दौरान बैंको ने 1890 लाभार्थीयो को 75.90 करोड़ की ऋण स्वीकृति पत्र देकर विभिन्न योजनाओं जैसे मुद्रा, केसीसी, खुदरा ऋण, व्यापार ऋण, गृह ऋण आदि योजनाओं में से लाभान्वित किया और बताया कि इन लाभार्थी मे से 932 लाभार्थीयो को 34.50 करोड़ वितरित कर दिया गया है।
उपायुक्त जिला उद्योग ने अपनी विभिन्न योजनायो जैसे पीएमईजीपी., एमबाईएसबाई एवं एक जनपद एक उत्पाद योजनायो के बारे मे विस्तृत जानकारी दी और सभा मे बैठे ग्राहको को प्रेरित किया एवं इन योजनाओ में बढ़ चढ़ कर भाग लेने के लिये कहा एवं समस्त बैंको के जिला समन्वयको से कहा कि इन योजनायो मे ऋण स्वीकृत/वितरित करने के अनुरोध किया।
जिलाधिकरी ने बताया है कि समस्त बैंको को समाज के निम्न वर्गो ध्यान मे रखकर उन्हे विभिन्न स्कीमो जैसे दीनदयाल अंत्योदय योजना, पं दीनदयाल स्वतः रोजगार योजना, बाबा साहब भीम राव अम्बेडकर रोजगार योजना, एनआरएलएम., एसएचजी., स्वनिधि, पीएमईजी., एमबाईएसबाई., ओडीओपी., एमएमजीआरबाई., माटीकला, पं दीनदयाल अंतत्योदय योजना, मुद्रा आदि योजनाओं में ऋण देने की आवश्यकता है ताकि छोटे वर्गो के लोगो का उत्थान हो सके और वे मुख्य धारा से जुड़ सके। अंत में एलडीएम. ने सभी को धन्यवाद देकर कार्यक्रम का समापन किया। इस कार्यक्रम का संचालन अविनेश गोयल, अधिकारी, एलडीएम. ऑफिस ने किया।