इंटीग्रेटिड कोविड कमांड सेंटर को फिर किया गया सक्रिय
उरई/जालौन। कोरोना संक्रमण फिर बढ़ने लगा है। इसे लेकर जिला प्रशासन और स्वास्थ्य महकमा ने भी तैयारियां तेज कर दी है। जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन के निर्देश पर कलेक्ट्रेट सभागार में संचालित रहे इण्टीग्रेटेड कोविड कमाण्ड सेन्टर (आईसीसीसी) को फिर से सक्रिय कर दिया गया है। आईसीसीसी के सुचारू कियान्वयन के लिए अपर जिलाधिकारी नमामि गंगे विशाल यादव एवं जिला विकास अधिकारी सुभाष चंद्र त्रिपाठी को जिम्मेदारी सौंपी गई है। जो आईसीसीसी के माध्यम से रोजाना सूचनाएं शासन को भेजने का काम करेंगे।
अतिरिक्त मजिस्ट्रेट प्रथम अंगद यादव आईसीसीसी के माध्यम से ऑक्सीजन आपूर्ति के लिए, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. एसडी चौधरी को दवाओं की आपूर्ति के लिए, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा वीरेंद्र सिंह को आईसीसीसी के माध्यम से टेली कन्सल्टेशन / एम्बुलेन्स के लिए जिम्मेदारी दी गई है। अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा संजीव प्रभाकर को शव वाहन के लिए जबकि नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी विमलापति कटियार को आईसीसीसी के माध्यम से अन्तिम संस्कार के लिए नोडल अधिकारी नामित किया गया है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. नरेंद्र देव शर्मा ने बताया कि इण्टीग्रेटेड कोविड कमाण्ड सेन्टर के नम्बर – 05162-252516, 257090, 253372, 250855, 252620, 256622, 256614, 250039 तथा 7307571939, 7307564677 है। इन नम्बरों पर कॉल करके लक्षण युक्त व्यक्ति परामर्श ले सकते हैं। निगरानी समितियां बीमार व्यक्तियों की सूचना देकर टेस्टिंग, रेपिड रेस्पांस टीम ( आरआरटी) विजिट टीकाकरण से सम्बन्धित सहायता एवं मार्गदर्शन प्राप्त कर सकते हैं । ऑक्सीजन की आपूर्ति के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त कर सकते है। हॉस्पिटल में भर्ती / बेड्स की संख्या के बारे में भी जानकारी ले सकते है। मरीज को घर से एम्बुलेन्स लाने के लिए मांग कर सकते है । इण्टीग्रेटेड कोविड कमाण्ड सेन्टर जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन के मार्गदर्शन में 24×7 संचालित किया जा रहा है। इस कमांड सेंटर में प्रत्येक शिफ्ट में चिकित्सक सहित एक पैरामेडिकल कर्मचारी उपलब्ध है। जिनकी संख्या आवश्कतानुसार बढ़ायी जायेगी।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. शर्मा ने बताया कि कोरोना का संक्रमण फिर से बढ़ने लगा है। ऐसे में लोगों को सतर्कता बरतना जरूरी है। कोरोना के प्रोटोकाल का पालन करें। मास्क जरूर पहने और कोरोना वैक्सीन की सभी डोज अनिवार्य रूप से लगावए। बिना वजह भीड़भाड़ वाले स्थानों पर न जाए। जुकाम, बुखार, खांसी जैसी समस्या होने पर जांच कराए।