एनएसएस के स्वयं सेवकों द्वारा फलदार वृक्षों को रोपित कर सेवा वाटिका तैयार की गई

जगम्मनपुर (जालौन) पर्यावरण संरक्षण मानव जीवन का आधार है इसलिए इसका संरक्षण संवर्धन और संतुलन बहुत जरूरी है उक्त विचार पंडित परशुराम द्विवेदी महाविद्यालय जगम्मनपुर के तत्वाधान में आयोजित राष्ट्रीय सेवा योजना के सात दिवसीय विशेष शिविर के छठवें दिन स्वयं सेवकों को संबोधित करते हुए प्रकट किये। इस अवसर उन्होंने स्वयं सेवकों से अपील करते हुए कहा कि वह स्वयं वृक्षारोपण करके समाज में पर्यावरण संरक्षण के लिए वृक्षारोपण के प्रति लोगों को जागरूक करें। एनएसएस के स्वयंसेवकों द्वारा शिविर के दौरान फलदार वृक्षों को रोपित कर सेवा वाटिका भी तैयार की गई।
प्रथम एवं द्वितीय इकाई के संयुक्त विशेष शिविर को विद्वत संचालित कर रहे वरिष्ठ कार्यक्रम अधिकारी कृषि विभाग अध्यक्ष अग्निवेश चतुर्वेदी ने इस अवसर पर स्वयं सेवकों को जैविक खेती का महत्व बताते हुए पर्यावरण संरक्षण के लिए इसकी महत्वपूर्ण आवश्यकता बताई। उन्होंने कहा खाद्यान्न फसलों में रासायनिक उर्वरकों के अंधा-धुंध प्रयोग से भूमि सहित मनुष्य जीवन भी अधिक प्रभावित हो रहा है जिसके कारण पर्यावरण भी असंतुलित हो रहा है। इसलिए हमें कृषक समाज को जागरूक कर जैविक खेती को बढ़ावा देना होगा। शिविर के विशिष्ट वक्ता दयानंद इंटर कॉलेज मऊ खुर्द के प्रधानाचार्य नरेंद्र कुमार शुक्ला ने वृक्षारोपण को मानव जीवन का सर्वाधिक पुण्य कार्य बताया इकाई ड्यूटी के कार्यक्रम अधिकारी चंद्रभान सिंह के निर्देशन में स्वयंसेवकों द्वारा पर्यावरण संरक्षण पर निबंध लेखन भी कराया गया।