अभी भी कालपी सीट से भाजपा प्रत्याशी घोषित न होने से बनी असमंजस की स्थिति

कालपी (जालौन) कालपी विधानसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी घोषित न होने से असमंजस की स्थिति देखने को मिली। वही समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी तथा काग्रेंस प्रत्याशियों ने जनता की चौखट पर पहुचना शुरू कर दिया है।
मालूम हो की सूबे में विधानसभा चुनांव का ठंका बज चुका है। ऐसे में कालपी विधानसभा क्षेत्र जिसमें बहुजन समाज पार्टी ने अपने प्रत्याशी श्याम पाल सिंह उर्फ छुन्ना पाल को ही प्रत्याशी रखा है तथा वह अपने विधानसभा क्षेत्र के अधिकांश गांव में पहुंचकर प्रचार तेजी से कर रहे है। वही दूसरी ओर काग्रेंस की श्रीमती उमाकान्ती सिंह के पति सुरेन्द्र सिंह सरसेला भी पूरी ताकत से चुनांव समर में डटे है तथा मुकाबला रोचक करने की कोशिश में लगे है तथा मतदाताओं का अपनी ओर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। वही तीसरी ओर उत्तर प्रदेश के मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी में टिकट को लेकर कई दिनों तक ऊहापोह की स्थिति पर विराम लगाते हुये समाजवादी प्रत्याशी के रूप में पूर्व विधायक विनोद चतुर्वेदी ने मैदान में कूदकर चुनांव को त्रिकोणीय बना दिया है तथा विनोद चतुर्वेदी जहां पार्टी के पुराने लोगो को मनाने में जुटे है तो वही दूसरी ओर आसू चतुर्वेदी पूरी तरह से प्रचार में कूद पड़े है। वही प्रदेश में सत्तारूढ़ दल भारतीय जनता पार्टी जिसने पूर्व में 50 हजार से अधिक बोटों से यह सीट जीती थी तथा नरेन्द्र सिंह जादौन विधायक बने थे। नामांकन की दोपहर तक कोई प्रत्याशी घोषित नहीं हो पाया। इस सीट पर विधायक नरेन्द्र सिंह जादौन, पूर्व विधायक संतराम सिंह सेंगर, जिलाध्यक्ष रामेन्द्र सिंह बना, पूर्व विधायक डा0 अरूण मेहरोत्रा, पूर्व विधायक छोटे सिंह चौहान, कैलाश बाजपेयी, संजय त्रिपाठी, संजीव उपाध्याय, राजेश सिंह सेंगर नूरपुर, नबाब सिंह जादौन मुसमरिया, बाबा बालक दास, कुंवर जू उरकरा, प्रदीप सिंह सिकरी, जयघोष द्विवेदी समेत करीब दो दर्जन लोग टिकट मागने की लाइन में लगे थे। लेकिन सीट गठबन्धन खाते में जाने के चलते निषाद पार्टी से पूर्व विधायक छोटे सिंह चौहान का नाम जोरों से चल रहा था तथा तरह तरह की अफवाहों का बाजार गर्म था।