जनपद में कांग्रेस के दो नेताओं को मिली नई जिम्मेदारी

उरई (जालौन) काँग्रेस हाई कमान अब युवाओं पर भरोसा जताते हुए नज़र आने लगी है कांग्रेस का ये बदलता रूप 2022 में होने वाले उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनावों से पहले दिखने लगा है। अब देखना यह है कि देश का युवा उनके भरोसे पर कितना खरा उतरती है। और क्या वह इस भरोसे से उत्तर प्रदेश की राजनीति में बदलाव ला पायेगी फिलहाल यह आने वाला भक्त ही बतायेगा। बरहाल उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की बागडोर संभालने निकली प्रियंका गांधी वाड्रा ने अब जिलाध्यक्षों की नियुक्ति को लेकर एक्सपेरिमेंट करना शुरू कर दिया है। जिसके चलते जनपद जालौन में इस बार एक युवा चेहरे को ज़िले की कमान सौंपते हुए अपना भरोसा जताया है।
जनपद जालौन से कांग्रेस के सक्रिय युवा नेता दीपांशु समाधिया को जिलाध्यक्ष के पद पर काबिज़ किया गया है। दीपांशु एक युवा नेता हैं और अच्छी सोच रखते हैं, जिसके चलते कांग्रेस हाई कमान ने युवा नेता दीपांशु समाधिया के नाम पर अपनी मुहर लगाई है। लेकिन इस निर्णय से शायद जनपद के वरिष्ठ नेता असन्तुष्ट दिखाई दे रहे हैं। सूत्रों की माने तो जनपद में ऐसे और भी कई चेहरे थे जो जिलाध्यक्ष पद की बागडोर बहुत ही अच्छे तरीके से संभाल सकते रहे। फिर सभी ने इस निर्णय का हार्दिक स्वागत किया है। वैसे दीपांशु समाधिया जनपद जालौन के मुख्यालय उरई के मोहल्ला अजनारी रोड रामनगर के निवासी हैं जो एक लम्बे समय से पार्टी में सक्रिय हो कर काम कर रहे हैं। यहीं कारण रहा कि उन्हें कांग्रेस हाईकमान ने जनपद जालौन की बागडोर सौप कर अपना भरोसा जताया है।
वहीं पार्टी के राष्ट्रीय व प्रदेश हाई कमान ने जनपद जालौन के ही एक और नेता को प्रदेश की कार्यकारिणी में स्थान दिया जिसमे जनपद जालौन के पूर्व जिलाध्यक्ष अनुज मिश्रा को प्रदेश सचिव बनाया गया है। हाल ही में पार्टी हाई कमान ने अनुज मिश्रा के व्यक्तिगत जीवन में हुई उथल पुथल से पार्टी की छवि को लेकर जिलाध्यक्ष के पद से हटाया गया था। लेकिन पार्टी ने उसे भुला कर एक बार पुनः अपना आशीर्वाद दिया और प्रदेश सचिव की जिम्मेदारी सौंपी। वैसे देखा जाए तो अनुज मिश्रा पार्टी के प्रति सदैव निष्ठावान व जुझारू नेता रहे। और पार्टी को एक नई दिशा में ले जाने का कार्य किया।