गरीब बच्चों को नि:शुल्क शिक्षा देकर उन्हें समाज की मुख्य धारा में लाना ही मेरा मुख्य उद्देश्य : आशीष
– शिवा क्लासेस उरई की तरफ़ से 30 छात्रों की नि:शुल्क शिक्षा के लिए 3 सितम्बर को होगा टेस्ट
उरई (यदुराज सिंह) शिक्षा के व्यवसायीकरण के दौर में गरीब परिवार के छात्र छात्राओं को सेवाभाव से शिक्षित बनाने का जुनून समाज के लिए प्रेरणादायक है।
जालौन जिले कुठौन्द ब्लाक के छोटी सी ग्राम सभा भोजापुर के रहने वाले बचपन से समाजसेवा का जुनून रखने वाले हमेशा गरीबों और निराश्रित लोगों की मदद करने वाले नव युवक आशीष प्रजापति जो पिछले कई वर्षो से गरीबों के बीच शिक्षा की अलख जगा रहे हैं। हाईस्कूल से लेकर इंटरमीडिएट तक के छात्र छात्राओं को नि:शुल्क शिक्षा देकर उऩ्हें समाज की मुख्य धारा में लाना ही उनका मुख्य उद्देश्य है। इसके लिए वह दिन रात एक किए हैं।
वहीं मुलाकात के दौरान उन्होंने बताया कि शिवा क्लासेस उरई की तरफ़ से 30 छात्रों की नि:शुल्क शिक्षा के लिए 3 सितम्बर को टेस्ट का आयोजन किया जाएगा। और जो भी छात्र या छात्रा उस टेस्ट को पास करेगा (30 छात्र छात्राओं को) उन्हें 5 सितम्बर शिक्षक दिवस से नि:शुल्क शिक्षा दी जाएगी और कहा कि इन गरीब बच्चों को शिक्षित कर उन्हें कुछ काबिल बनाना ही इनके जीवन का लक्ष्य है।
आशीष कहते है कि वह गरीब निराश्रित बच्चों के लिए जीवन समर्पित करना चाहते है। उनके पिता का भी यही सपना था कि हमारा बेटा आगे चलकर समाज के उत्थान के लिए कार्य करे और जनपद का गौरव बढ़ाए।