आकस्मिक अवकाश के ऑनलाइन आवेदन की बाध्यता हो समाप्त : प्रदीप चौहान

उरई। मानव सम्पदा पोर्टल पर सर्वर लोड की समस्या से शिक्षकों में गहरा आक्रोश है। जहाँ एक तरफ विभागीय अधिकारी अवकाश स्वीकृति हेतु पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन को ही स्वीकार कर रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ जब शिक्षकों को प्रमुख अवसरों पर जब उन्हें सबसे अधिक अवकाश की आवश्यकता होती है, पोर्टल पर सर्वर लोड के कारण ऑनलाइन आवेदन करने के लिए घण्टों मशक्कत करने कर बाद भी आवेदन नहीं हो पा रहे हैं।
राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के जिलाध्यक्ष प्रदीप सिंह चौहान ने बताया कि इस सम्बन्ध में राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ उत्तर प्रदेश के प्रांतीय नेतृत्व ने महानिदेशक स्कूल शिक्षा को ज्ञापन भेजकर आकस्मिक अवकाश हेतु ऑनलाइन आवेदन की बाध्यता समाप्त करने की मांग की है।
जिला महामंत्री इलयास मंसूरी ने कहा कि इसी प्रकार अचानक मौसम के प्रतिकूल होने, दुर्घटना या अन्य किसी आकस्मिकता की स्थिति आदि के कारण शिक्षक आकस्मिक अवकाश का ऑनलाइन आवेदन समय से नहीं कर पाते हैं, जिससे उन्हें कई प्रकार की कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।
प्रदेशीय मीडिया प्रमुख बृजेश श्रीवास्तव ने कहा कि आकस्मिक अवकाश हेतु पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन की अनिवार्यता को समाप्त कर ऑफलाइन अवकाश की भी व्यवस्था को पुनः प्रारम्भ किया जाना चाहिए।
जिला संगठन मंत्री तनवीर अहमद, जिला कोषाध्यक्ष राकेश कुमार, जिला सरंक्षक नरेन्द्र सिंह राजावत, मजरूल हसन, अखिलेश अवस्थी, जिला संयुक्त महामंत्री अरविन्द कुमार स्वर्णकार, वरिष्ठ उपाध्यक्ष उपेन्द्र शर्मा, उपाध्यक्ष अयूब खान, रमाकान्त व्यास, मनोज बाथम, अजहर अंसारी, सरला कुशवाहा, मंत्री राजा सिंह यादव, इनाम उल्ला अन्सारी, रामजी नायक, राजेन्द्र सिंह यादव, संजीव गुर्जर, जिला प्रवक्ता अशोक सिंह राजावत, ऑडिटर अखिलेश कुमार खरे, संयुक्त मंत्री वेद व्यास, महेन्द्र श्रीवास्तव, ऋषि बुधौलिया, सलिल कान्त श्रीवास, सीमा सिंह, सदस्यता प्रमुख रियायत बेग, संघर्ष समिति के अध्यक्ष राजदेवर आदि पदाकारियों ने प्रदेशीय नेतृत्व द्वारा महानिदेश स्कूल शिक्षा को ज्ञापन भेजन की सराहना की है।