प्रदेश में सबसे ज्यादा पीएचसी चुने जाने में जालौन दूसरे स्थान पर

– जिला स्तर पर भेंड़ पीएचसी को मिला पहला स्थान
उरई/जालौन। कायाकल्प योजना में जिले के 12 स्वास्थ्य केंद्रों को सांत्वना पुरस्कार मिला है। जबकि जिला स्तर पर भेंड प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को पहला स्थान मिला है। खास बात यह है कि प्रदेश में 12 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र एक जिले से चुने जाने के कारण जालौन का प्रदेश में दूसरा स्थान हो गया है। जबकि पहले स्थान पर देवरिया जिला है। वहां 18 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र चुने गए।
इस बारे में जानकारी देते हुए जनपदीय परामर्शदाता क्वालिटी एश्योरेंस डॉ अरुण कुमार राजपूत ने बताया कि सबसे ज्यादा अंक 81.40 डकोर पीएचसी को मिले है। डकोर पीएचसी को पुरस्कार जीतने के लिए पिछले साल के मुकाबले पांच प्रतिशत ज्यादा अंक जीतने थे लेकिन वह नहीं जीत पाया। जबकि 77.50 प्रतिशत अंक के साथ भेंड पीएचसी को जिला स्तर पर पहले स्थान के लिए चुना गया है। भेंड़ को पुरस्कार स्वरुप दो लाख रुपये की धनराशि दी जाएगी। इसके अलावा कुठौंद पीएचसी को 76.35 अंक, उरगांव व आटा पीएचसी दोनों को 75.45 प्रतिशत अंक मिले, शेखपुर बुजुर्ग पीएचसी को 75.25 प्रतिशत अंक, ईटों पीएचसी को 73.15 प्रतिशत अंक, ऐर पीएचसी को 72.95 प्रतिशत अंक, गोहन पीएचसी को 72.50 प्रतिशत अंक, रामपुरा पीएचसी को 72.05 प्रतिशत अंक, गोवर्धनपुरा पीएचसी को 70.45 प्रतिशत अंक, सरावन पीएचसी को 70.20 प्रतिशत अंक मिले है। सभी पीएचसी को सांत्वना पुरस्कार के लिए चुना गया है। इन पीएचसी को पुरस्कार स्वरुप पचास पचास हजार रुपये दिए जाएंगे।
डॉ राजपूत ने बताया कि इस प्रतियोगिता में पुरस्कार जीतने के लिए 70 फीसदी अंक आना जरूरी है। इसके लिए तीन स्तरों पर टीमों द्वारा मूल्यांकन किया जाता है और सात बिंदुओं पर अपनी रिपोर्ट तैयार कऔस्कार सूची में शामिल कर लिया जाता है। जिले से इस बार 19 पीएचसी को पुरस्कार योजना में शामिल किया गया था। जिसमें 12 पीएचसी ने पुरस्कार जीता है। जिसमें शासन ने भेंड़ पीएचसी को जिला स्तर पर पहला पुरस्कार दिया है। भेड़ को पुरस्कार स्वरुप दो लाख रुपये का मिलेंगे। जबकि अन्य 11 पीएचसी को पचास पचास हजार रुपये दिए जाएंगे। इन स्वास्थ्य केंद्रों में जल्द अवार्ड वितरण समारोह भी आयोजित किया जाएगा। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा ऊषा सिंह व अपर मुख्य चिकित्साअधिकारी डॉ. वीरेंद्र सिंह ने इस उपलब्धि पर पूरी टीम को बधाई दी है। उनका कहना है कि सामूहिक प्रयास से यह सफलता मिली है।