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अमर शहीदों को नमन कर रहा “आजादी का अमृत महोत्सव”

उरई। हमारा देश 15 अगस्त 1947 को आजाद हुआ इस आजादी को पाने के लिए न जाने कितनी माताओं के लाल देश पर बलिदान हो गए इस आजादी का स्वाद तो हम बखूबी चख रहे हैं लेकिन हजारों दर्द सहने वाले क्रांतिवीरों को याद करना और उनको सम्मान देना हमारा परम कर्तव्य है शायद इसीलिए संविधान निर्माताओं ने अनुच्छेद 51 क (ख) में स्वतंत्रता के लिए हमारे राष्ट्रीय आंदोलन को प्रेरित करने वाले उच्च आदर्शों को हृदय में संजोए रखने और उनका पालन करने के मूल कर्तव्य को शामिल किया।

अब जबकि आजादी को 75वीं वर्षगांठ मनाई जा रही है इस वर्षगांठ को और अधिक ओजस्विता प्रदान करने के लिए ‘आजादी का अमृत महोत्सव‘ देश भर के साथ पूरी दुनिया में बसे भारतीयों को आपस में जोड़ते हुए मनाया जा रहा है। हालांकि आजादी का अमृत महोत्सव का शुभारम्भ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अहमदाबाद से दांडी मार्च की 91वीं वर्षगांठ पर किया था और इस उत्सव को 75 सप्ताह तक मनाने का संकल्प रखा गया था।

इस महोत्सव में उत्तर प्रदेश भी बढ़चढ़कर हिस्सेदारी कर रहा है। पूरे प्रदेश में दिनांक 09 अगस्त 2021 से दिनांक 16 अगस्त 2021 तक आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है, 09 अगस्त को आजादी का अमृत महोत्सव के एक भाग के रूप में काकोरी शहीद स्मारक लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एवं राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल द्वारा काकोरी ट्रेन एक्शन की वर्षगांठ के अवसर पर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई।

इस महोत्सव को यादगार बनाने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें प्रभात फेरी, रैली प्रतियोगिता आदि शामिल है। ‘मेेरा मान मेरा राष्ट्रगान कार्यक्रम के अन्तर्गत समस्त प्रदेशवासियों को राष्ट्रगान का गायन करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है साथ ही मेरा गांव मेरी धरोहर कार्यक्रम के अन्तर्गत ग्राम गजेटियर तैयार कराया जा रहा है। बुजुर्गों की बात देश के साथ कार्यक्रम युवाओं एवं बच्चों को वरिष्ठ नागरिकों के अनुभवों से परिचित करा रहा है। वहीं हमारा तिरंगा हमारा स्वाभिमान कार्यक्रम राष्ट्रीय ध्वज की गरिमा से परिचित करा रहा है। रोड म्यूजियम के माध्यम से शहीदों की शौर्य गाथाओं को जन-जन तक पहुंचाया जा रहा है

कार्यक्रमों को सुचारू रूप से आयोजित कराने के लिए प्रदेशभर में जिलेवार रणनीति बनायी गयी है जिसके तहत जिला स्तर के अधिकारियों को नोडल अधिकारी नामित कर उन्हें भिन्न-भिन्न जिम्मेदारियां प्रदान की गयी है। कोरोना महामारी के दृष्टिगत कार्यक्रम स्थलों पर कोविड हेल्प डेस्क व सैनिटाइजेशन की भी पर्याप्त व्यवस्था की गई है। इस महोत्सव के माध्यम से प्रदेश की भावी पीढ़ी तक स्वतंत्रता आन्दोलन की हर एक बात पहुंचाने की कोशिश की जा रही है ताकि प्रदेश का प्रत्येक व्यक्ति आजादी के आन्दोलन से परिचित हो सके ‘‘आजादी का अमृत महोत्सव” आजादी की ऊर्जा का अमृत समाहित किए हुए है

यह महोत्सव स्वतंत्रता सेनानियों से प्रेरणा लेने, नए संकल्पों और राष्ट्र के पुनर्जागरण का उत्सव है। इस महोत्सव में आयोजित होने वाले कार्यक्रम जनभागीदारी की भावना में वृद्धि के साथ-साथ प्रदेशवासियों में गर्व और एकता की भावना को प्रेरित करेंगे। जिन शहीदों ने हमें आजादी दिलाने के लिए अपना सब कुछ बलिदान कर दिया हमारा भी उनके प्रति यह कर्तव्य है कि इस महोत्सव में बढ़चढ़कर हिस्सा लें और उन्हें याद करें। सही कहा गया है कि –

      शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर बरस मेले , वतन पे मर मिटने वालों का बाकी यही निशां होगा

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