काशीराम कॉलोनी में खाली पड़े आवासों पर अनाधिकृत रूप से दबंगों ने किया कब्जा
शाम ढलते ही अराजक तत्वों का शुरू हो जाता है बोलबाला

कालपी/जालौन। गरीबों तथा जरूरतमंदों को छत दिलाने के लिए शासन के द्वारा निर्मित कांशीराम आवासीय कॉलोनी के हालात अच्छे नहीं चल रहे हैं। आधे से अधिक आवासों में दबंग लोगों ने ताला लगाकर अनाधिकृत कब्जे कर लिए हैं और शाम ढलते ही अराजक तत्वों की शराब जुआ तथा अनैतिक कारनामों की हरकत शुरू हो जाती है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार वर्ष 2010 में कांशीराम कॉलोनी का कालपी के मोहल्ला अहमदपुर दिवारा मौजे में निर्माण का काम शुरू कराया गया था। लेकिन निर्माण के दौरान ही विवाद उत्पन्न हो गया था। जिसके चलते रेलवे विभाग के द्वारा सिविल जज सीनियर डिवीजन उरई के न्यायालय में जमीन का मालिकाना हक दिखाते हुए मुकदमा दायर किया गया था। जिसकी वजह से कई वर्षों तक निर्माण कार्य शुरू नहीं हो सका था। वर्ष 2019 में 744 आवासों का निर्माण पूरा हो सका। जिसके बाद नगर पालिका परिषद के द्वारा दीपावली में तत्कालीन पूर्व विधायक नरेंद्र पाल सिंह जादौन ने 294 लोगों को आवास आवंटित किए गए। बाकी शेष आवास आवंटित नहीं किए जा सके जो अभी खाली पड़े हैं। लेकिन इन खाली पड़े आवासों में दबंग लोगों के द्वारा ताला लगा कर अपने अपने अनाधिकृत कब्जे कर लिए गए हैं। जिसमे इन आवासों में अब गैरकानूनी गतिविधियां संचालित होती रहती है। वहीं काशीराम कॉलोनी के आवासों में रहने वाले हरिशंकर महताब खान फुरकान रमेश आदि ने बताया की शाम ढलते ही अराजक तत्व का जमावड़ा शुरू हो जाता है और जगह-जगह शराब की महफिल जमती है कांशीराम कालौनी में रहने वाली महिलाएं भी अपने आप को सुरक्षित महसूस नहीं कर रही है। समय-समय पर पुलिस को शिकायत करने पर कई दबंग लोगो को पुलिस गिरफ्तार करके जेल भी भेज चुकी हैं लेकिन यहां पर ऐसे लोगों की गतिविधियां खत्म होने का नाम नहीं ले रही है जिससे भविष्य में किसी भी बड़ी घटना से इंकार नहीं किया जा सकता है। जिससे जनहित में प्रशासन से लोगो ने मांग की है कि इसकी जॉच की जाए जिनके नाम आवास दिए गए है सिर्फ उन्हीं को ही वहाँ रहने दिया जाएं बाकी कब्जेदारो से आवास खाली कराए जाएं।