एक बार फिर ग्राम पंचायत अमखेड़ा को राष्ट्रीय पुरस्कार से किया गया सम्मानित

माधौगढ़। किसी भी ग्राम पंचायत की पहचान वहां किए गए विकास कार्यों से होती है। जिस गांव में विकास के नाम पर धोखा और भ्रष्टाचार हो तो ऐसे गांव की पहचान देश-विदेश तो छोड़िए जनपद तक में नहीं बनती और यह पहचान सिर्फ उस ग्राम पंचायत के ग्राम प्रधान द्वारा ही संभव है। जो सरकार द्वारा दी गई समस्त योजनाओं को सुनियोजित ढंग से अपने ग्रामवासियों को उपलब्ध कराता है। जिसका सबसे अच्छा उदाहरण जनपद जालौन में माधौगढ़ तहसील के अंतर्गत में ग्राम पंचायत अमखेड़ा है। जहाँ ग्राम प्रधान रामशरण दोहालिया ने अपने अथक प्रयासों द्वारा विभिन्न कार्यों को क्रियान्वित कर अपनी ग्राम सभा को राष्ट्रीय लेवल पर पहचान दिलाई।
इसी क्रम में एक बार फिर ग्राम पंचायत अमखेड़ा को तीसरी बार पंडित दीनदयाल उपाध्याय सशक्तिकरण पुरस्कार के लिए चयनित किया गया। ग्राम पंचायत अमखेड़ा को इस मुकाम तक पहुचाने में ग्राम प्रधान रामशरण दोहोलिया द्वारा बेहतर कार्य योजना के तहत कराये गए विकास कार्य हैं। इसके अलावा ग्राम पंचायत में बेहतर शैक्षिक व्यवस्था के लिए चाहे विद्यालय हो या फिर ग्राम पंचायत भवन या सामुदायिक शौचालय जहां भी आप नजर उठाएं आपको देखकर यह महसूस नहीं होगा कि यह ग्राम पंचायत के गांव का हिस्सा है ग्राम पंचायत में मौजूद ग्रामीण भी ग्राम प्रधान के इस विकास कार्यों को देख कर बहुत खुश हैं। और उन्हें गर्व है कि उनके अथक प्रयास से ग्राम पंचायत एवं जनपद का नाम रोशन हो रहा है और राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कृत किया जा रहा है।
इस दौरान ग्राम प्रधान रामशरण दोहौलीय ने कहा की आज इस पुरस्कार का मिलना हमारे लिए व समस्त ग्राम वासियों के लिए हर्ष का विषय है और इसमें हमारी मेहनत के साथ-साथ हमारे ग्राम वासियों का भी विशेष योगदान रहा इस दौरान एक ग्रामीण रामजी दुबे ने कहा कि हमारे ग्राम पंचायत को राष्ट्रीय अवार्ड मिलना हमारे लिए किसी पर्व से कम नहीं है हमें खुशी है कि हम इस ग्राम के वासी हैं और उससे ज्यादा हमें अपने ग्राम प्रधान पर पूर्ण भरोसा व विश्वास है और उनकी मेहनत ही आज इस अवार्ड को प्राप्त करने में सहायक बनी है। ग्राम प्रधान ने बताया कि जिले में नंबर वन पर हमारी ग्राम पंचायत अमखेड़ा है वही दूसरे नंबर पर अकबरपुर (कदौरा) तीसरे नंबर पर डकोर चौथे नंबर पर सुल्तानपुरा माधौगढ़ एवं पांचवी नंबर पर ग्राम भिटारा जालौन है। उन्होंने यह भी बताया कि इससे पूर्व भी दो बार राष्ट्रीय अवार्ड 2018-19 एवं 2019-20 में चयनित हुआ था।
उनके कार्यकाल में किए गए कामों में विशेष रुप से मरघट में अंत्येष्टि स्थल शांति स्थल रास्ता खड़ंजा हैंडपंप कन्या प्राथमिक विद्यालय का कायाकल्प, भव्य प्रवेश द्वार का निर्माण, प्राथमिक विद्यालय का कायाकल्प, पुराने पंचायत भवन का कायाकल्प एवं दुकानों का निर्माण, मुख्यमंत्री पुरस्कार राशि से पंचायत भवन परिसर में टीन शेड हाल का निर्माण, सुलभ शौचालय का निर्माण, स्मृति उपवन का निर्माण, ग्राम सचिवालय का कायाकल्प, आंगनवाड़ी केंद्र का कायाकल्प, दो आंगनवाड़ी केंद्रों का निर्माण कार्य, कुओं की मरम्मत जीर्णोद्धार कायाकल्प, पुराने पुलों की मरम्मत एवं जीर्णोद्धार, सोकपिटो का निर्माण, अस्थाई गौशाला का निर्माण कार्य, मनरेगा से संपर्क मार्गों का निर्माण एवं रोजगार उपलब्ध कराना, राष्ट्रीय आजीविका मिशन के अंतर्गत 20 समूह बनवा कर महिलाओं को रोजगार उपलब्ध कराना, पांच लोहिया आवास, दो सौ प्रधानमंत्री आवास योजना, दो मुख्यमंत्री आवास योजना से, प्रधानमंत्री दुर्घटना बीमा योजना का शत-प्रतिशत भूमिहीनों लाभार्थियों का पंजीकरण कराना, ग्राम में स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत शत प्रतिशत शौचालय का लाभार्थियों द्वारा लाभ दिलाना, गांव में जागरूकता अभियान चलाकर उज्जवला, उजाला, वृद्धा, विधवा, विकलांग पेंशन, अंत्योदय एवं पात्र गृहस्थी का समय से वितरण करना एवं किसान दुर्घटना बीमा, प्रधानमंत्री दुर्घटना बीमा, प्रधानमंत्री फसल बीमा एवं अन्य विभिन्न योजनाओं का ग्रामीणों को लाभ उपलब्ध कराना, कोविड-19 जैसी महामारी में एक भी मरीज का गांव में ना होना बृहद जागरूकता अभियान चलाया एवं ग्राम सभा को बार-बार सेनेटाइज कराना, मास्क वितरण कराना, इंटरलॉकिंग निर्माण, सीसी निर्माण, नाला एवं नालियों का निर्माण, खड़ंजा मरम्मत एवं निर्माण, गांव में कई नए रास्ते बनवाना एवं रास्तों का चौड़ीकरण कराना, वृक्षों के घेरों का निर्माण कराना, गांव को स्वच्छ सुंदर बनाने के लिए गांव में वृहद स्वच्छता अभियान चलाकर समय-समय पर साफ-सफाई अभियान चलाना आदि का कार्य करवाना रहा।