उरई/जालौन। भाकपा, भाकपा माले एवं उसके सहयोगी संगठनों ने प्रगतिशील लोकतांत्रिक दलों के बैनर तले गांधी चबूतरा पर महात्मा गांधी की शहादत दिवस पर किसानों के तीन कृषि विलों के विरोध में तथा गांधी जी के हत्यारे नाथूराम गोडसे के साम्प्रदायिक फांसीवादी ऐजेण्डे द्वारा संविधान और लोकतंत्र की हत्या पर मोदी सरकार की किसान, मजदूर विरोधी नीतियों के खिलाफ गांधी प्रतिमा के नीचे उपवास किया। का. कमलाकांत ने कहा कि आज गांधी जी की शहादत दिवस को किसान दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। का. राजीव कुशवाहा ने कहा कि देश चला रहे किसानों के आंदोलन में 150 किसानों की शहादत मोदी सरकार का हत्यारा चेहरा सामने है। उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन पर आरएसएस और भाजपा विधायक द्वारा जो हमला किया गया वह लोकतंत्र और संविधान विरोधी है।प्रांतीय नेता का. रामसिंह चौधरी ने कहा कि तीन कृषि कानूनों को खत्म किया जाये। उन्होंने कहा कि किसान और मजदूर विरोधी सरकार के खिलाफ अब पूरा देश एकजुट है।सभा को प्रमुख रूप से का. सलीम, का. देवेंद्र शुक्ला, का. आशाराम आदि ने सम्बोधित किया।सभा में का. प्रताप बाबू, वीरेन्द्र दुवे किसान नेता, का. आशाराम कुशवाहा, लखनलाल, जितेंद्र चौधरी, राज पप्पन, राजीव शर्मा आदि मौजूद रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता का. प्रभूदयाल ने की।