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दर्जन भर से भी ज्यादा गायों की मौत से सनसनी, मामला भेंड़ गौशाला का

गुस्से में लाल विहिप व बजरंग दल ने प्रधान व सचिव पर कार्रवाई की मांग की

कोंच (पीडी रिछारिया) तहसील कोंच के विकास खंड नदीगांव में गौशालाओं की बदहाली कोई नई बात नहीं है। ग्राम भेंड़ की गौशाला में अव्यवस्थाओं के चलते दर्जन भर से भी ज्यादा गायों की मौत का सनसनीखेज मामला सामने आया है। इस मामले का वीडियो वायरल होने के बाद हिंदूवादी संगठन बौखलाए हुए हैं। विहिप और बजरंग दल ने गौशाला में अव्यवस्थाओं के चलते हुई गायों की मौत के लिए प्रधान और सचिव को जिम्मेदार ठहराते हुए कार्रवाई की मांग की है।
विहिप पदाधिकारियों ने बताया कि गौशाला में हालात बेहद खराब हैं, वहां बदइंतजामी का बोलबाला है। न तो गौवंश को सर्दी से बचाने के इंतजाम हैं और न ही खाने-पीने के। इस गौशाला में क्षमता से अधिक मवेशियों को बंद कर रखा गया है जिस कारण एक दर्जन से अधिक गायों की अकाल मौत हो गई। विहिप और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने खुला आरोप लगाया है कि ग्राम प्रधान व सचिव ने सांठ-गांठ करके गायों के शवों को गांव में स्थित एक निर्जन स्थान पर फिंकवा दिया जिनको कुत्ते और पक्षी नोंच नोंच कर खा रहे थे। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद इन हिंदूवादी संगठनों के पदाधिकारियों ने संज्ञान लेकर कार्यकर्ताओं को मौके पर भेजा और उक्त गायों के अवशेषों को गड्ढा खुदवाकर अंतिम संस्कार कराया। विहिप जिला उपाध्यक्ष साकेत शांडिल्य ने मीडिया को बताया कि इस पूरे मामले से एसडीएम को अवगत कराया गया है और ऐसी लापरवाही बरतने वाले भेंड़ ग्राम प्रधान व सचिव के विरुद्ध प्रशासन से कड़ी कार्रवाई की मांग की गई है ताकि इस तरह की पुनरावृत्ति फिर न हो सके। एसडीएम ने भी कार्रवाई का भरोसा संगठन को दिया है। इस दौरान विहिप प्रखंड अध्यक्ष प्रदीप चौरसिया, संयोजक अमित कुशवाहा सहित तमाम कार्यकर्ता मौजूद रहे।

वायरल वीडियो वाली गायें गौशाला की नहीं : बीडीओ
इस संबंध में बीडीओ नदीगांव गौरव कुमार का कहना है कि उक्त गायें गौशाला की नहीं हैं बल्कि ग्रामीण अपने मृत गौवंशों को वहां फेंक जाते हैं। कुछ दिन पहले गौशाला की तीन गायें मर गई थी जिनका गड्ढा खुदवा कर बाकायदा निस्तारण कराया गया था। गौशाला में व्यवस्थाएं बिल्कुल दुरुस्त हैं। उन्होंने स्वयं जाकर देखा है कि वहां चारे भूसे की कोई समस्या नहीं है। जाड़े से गायों को बचाने के लिए तिरपाल आदि की मुकम्मल व्यवस्था है।

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