संविधान दिवस पर संवैधानिक मूल्यों पर आधारित भारत बनाने का युवाओं ने लिया संकल्प
राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, मुख्य न्यायाधीश सहित समस्त प्रदेशों के मुख्यमंत्री, राज्यपाल व सभी सांसदों व विधायकों को युवा भेजेंगे के पत्र

– समता, स्वतंत्रता, बंधुत्व व न्याय के लिए गांव स्तर युवा चलायेंगे अभियान
– युवा दस्तक के 25 साल के विजन का 1 साल पूरा
उरई। देश मे संविधान दिवस पर ही युवाओं द्वारा 25 साल के विजन (2022 – 2047) के साथ शुरू किए गए व्यापक अभियान युवा दस्तक के 1 साल का सफर पूरा होने पर व भारतीय संविधान दिवस पर युवा दस्तक की टीम ने जिले के मलकपुरा गांव स्थित डॉ. अंबेडकर प्रतिमा पर संविधान दिवस कार्यक्रम मनाया गया, पूरे गांव में बच्चों व युवाओं ने संविधान जागरूकता रैली की व एक संविधान सभा हुई जहां पर युवा संवाद हुआ। बाबा साहब डॉ. अंबेडकर प्रतिमा पर माल्यार्पण व संविधान की प्रस्तावना का सामूहिक पाठ किया गया। इसके बाद अलग अलग पैनल में चर्चा की गई।
युवा लड़कियों के पैनल में अर्सना मंसूरी, नेहा, संध्या वाल्मीकि, आरती, पूजा ने पितृ सत्ता, महिला हिंसा, दहेज व युवा लड़कियों के मुद्दों को रखा, वही युवा सामाजिक कार्यकर्ता, एडवोकेट, पत्रकार के संयुक्त पैनल में ग्राम प्रधान मालकपूरा ग्राम प्रधान अमित ने कहा कि हमें अपने अधिकारों व कर्तव्यों को जानना होगा, सत्यवान ने कहा युवा आज बड़े पैमाने पर बेरोजगार है, और भटक रहा है, देबेन्द्र, ऊषा, सुरेंद्र, अनिता, हीरा देवी व प्रदीप ने कहा कि हमें घर घर संविधान पहुंचाना होगा। रिहाना मंसूरी ने मुस्लिम महिलाओं के मुद्दों को रखा तो वही एडवोकेट रश्मि वर्मा ने न्याय तक पहुँच व संविधान का जीवन में महत्व को बताया, प्रदुम्न व सचिन चौधरी में युवाओं के पलायन व पढ़ने बाले युवाओं के स्कॉलरशिप का मुद्दा रखा।
युवा दस्तक व बुंदेलखंड दलित अधिकार मंच के संस्थापक/संयोजक कुलदीप कुमार बौद्ध ने बताया कि इस देश मे युवाओं ने युवा दस्तक के रूप में 25 साल के विजन के साथ एक बड़ा अभियान शुरू किया है, जो सच मे भारत के इतिहास में एक मिसाल बनेगा, आज युवा दस्तक के सफर का 1 साल पूरा हुआ है सभी को बधाई, इस मौके पर युवा देश के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, मुख्य न्यायधीश, सहित समस्त प्रदेशों के मुख्यमंत्री, राजपाल व सभी सांसदों व विधायकों को पत्र भेजेंगे व संवैधानिक मूल्यों का भारत बनाने का बचन व वादा लेंगे। इस सफर में हम आप सबको भी साथ आने की जरूरत है।