विधिक सेवा प्राधिकरण के स्थापना दिवस को विधिक सेवा दिवस के रूप में मनाया गया

उरई (जालौन) प्रतिवर्ष 9 नवम्बर को मनाया जाने वाला विधिक सेवा प्राधिकरण का स्थापना दिवस आज पूरे जनपद में ‘‘विधिक सेवा दिवस‘‘ के रूप में मनाया गया। इसमें मा0 उच्च न्यायालय एवं भारत सरकार/राज्य सरकार द्वारा निर्गत कोविड-19 की गाइड लाइन्स का पालन किया गया।
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष एवं जनपद न्यायाधीश माननीय श्री तरूण सक्सेना के निर्देशन में तहसील सदर उरई सभागार में आज ‘विधिक सेवा दिवस‘ के उपलक्ष्य में स्थापना दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस शिविर में सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण श्रीमती रेनू यादव द्वारा राष्ट्रीय/राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण की विभिन्न योजनाओं/परियोजनाओं की जानकारी देते हुये प्राधिकरण की संरचना, इसके उद्देश्य व कार्यों के विषय में उपस्थित श्रोताओं को बताया गया। इसके साथ-साथ प्रवासी मजदूरों को शासन द्वारा उपलब्ध करायी जा रही विभिन्न सुविधाओं के विषय में भी उनके द्वारा जानकारी दी गयी। स्थायी लोक अदालत सदस्य श्री रामबाबू एवं सुन्दरलाल पाल ने स्थायी लोकअदालत के क्षेत्राधिकार और इसके महत्व के साथ-साथ उपभोक्ता संरक्षण कानून के विषय में बताया। इस कार्यक्रम में राष्ट्रीय महिला आयोग की रिसोर्स पर्सन श्रीमती राजकुमारी निशाद ने विधवा व निराश्रित महिलाओं तथा यौन-शोषण व घरेलू हिंसा की शिकार महिलाओं के हित में चलायी जा रही योजनाओं के बारे में बताया। महिला कल्याण विभाग से सुश्री रिया दुवे ने अपने विभाग से संचालित योजना के बारे में बताया। इसी क्रम में तहसील विधिक सेवा समिति उरई के सचिव/तहसीलदार श्री कुमार भूपेन्द्र ने राजस्व विभाग की योजनाओं और डीएलएसए रीडर श्री अश्वनी कुमार मिश्रा ने विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा मुफ्त कानूनी सेवाओं के बारे में बताया। इस कार्यक्रम का संचालन महेश सिंह परिहार पीएलवी ने किया। इस कार्यक्रम में समाज कल्याण अधीक्षक देवेन्द्र त्रिवेदी, गल्ला व्यापार मण्डल के अध्यक्ष श्री प्रदीप महेश्वरी, डीईओ श्री दीपक नरायण, राजस्व निरीक्षक शंकरलाल प्रजापति, टीम लीडर श्रीमती मनीशा, रामदेव चतुर्वेदी, देवेन्द्र सिंह आजाद, महेन्द्र मिश्रा, धर्मेन्द्र, योगेन्द्र तखेले आदि करन सिंह यादव, कर्मचारीगण एवं गल्ला व्यापारी आदि उपस्थित रहे।