झमाझम बारिश से लोगों को गर्मी से मिली राहत, किसानों के चेहरे खिले
जालौन (ब्रजेश उदैनिया) झमाझम बारिश से आम जनमानस ने कुछ हद तक राहत की सांस ली। बारिश में किसी ने छतों पर तो किसी ने सड़कों पर निकलकर इस भीषण गर्मी से राहत लेते हुये बरसात का लुफ्त उठाया।
लगातार भीषण पड़ रही गर्मी उमस तथा लू से आम जनमानस बेहाल था। तो वहीं किसानों की भी चिंताएं बढ़ रही थी। हालांकि किसानों की खरीफ की फसल की बुवाई का समय लगभग निकल चुका है। और वह अब खरीफ की फसल की बुवाई नहीं कर सकते हैं। सावन महीने को बरसात का मध्य महीना के रूप में जाना जाता है। सावन के महीने में चल रही लू से लोगों को अचरज था। कि आखिर अब यह सब क्या है। यह नजारा उन्होंने कभी नहीं देखा था। आषाढ़ मास में बोने वाली खरीफ की फसल तिली, मूंग, जुड़ाई, उर्द आदि की बुवाई किसान नहीं कर सके। लेकिन यदि बरसात नहीं होती है तो उनकी मुख्य फसल रबी की गेहूं, चना, मटर, मसूर, आदि की वुवाई भी हो पाना संभव नहीं था। जिसको लेकर किसानों की चिंताएं बढ़ रही थी। साथ ही इस भीषण गर्मी से लोग बेहाल थे। बुधवार को दोपहर के बाद अचानक झमाझम हुई बारिश से लोगों की उम्मीदें जागी। वहीं उन्होंने इस बरसात का जमकर लुफ्त भी उठाया। किसी ने छतों पर चढ़कर तो किसी ने सड़कों पर निकल कर गर्मी से राहत लेने के लिए बरसात का लुफ्त लिया तथा इंद्र देवता से प्रार्थना की कि इसी तरीके से और पानी बरस जाए जिससे गर्मी में राहत मिले तथा किसानों की खेतों का काम शुरु हो सके।