जालौन। स्वच्छ एवं सुरक्षित जल अच्छे स्वास्थ्य की कुंजी है। गंदा और प्रदूषित जल बीमारियां फैला सकता है। लिहाजा जल संरक्षण के साथ ही प्राकृतिक जल स्त्रोतों को स्वच्छ रखना समाज के प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य है। यह बात डाॅ. नितिन मित्तल ने सेठ वीरेंद्र कुमार महाविद्यालय के स्वयं सेवकों द्वारा निकाली गई जागरूकता रैली को झंडी दिखाते हुए कही। उधर, कैलाशी देव श्रवण कुमारी महाविद्यालय के एनएसएस शिविर के समापन पर पूर्व विधायक विनोद चतुर्वेदी ने शिविर में लिए गए प्रशिक्षण को अपने जीवन में उपयोग करने की बात कही। सेठ वीरेंद्र कुमार महाविद्यालय 7 दिवसीय राष्ट्रीय सेवा योजना शिविर समापन मौके पर स्वयं सेवकों ने जल संरक्षण को लेकर जागरूकता रैली निकाली। स्वयं सेवक ‘जल है, तो कल है’ का नारा लगा रहे थे। कार्यक्रम अधिकारी डाॅ. सोमेन्द्र श्रीवास्तव व डाॅ. अवनीश दीक्षित ने कहा कि जल अमूल्य धरोहर है। इसे यों ही बर्बाद न करें। डाॅ. नितिन मित्तल ने कहा कि बिना जल के जीवन की कल्पना करना व्यर्थ है। उन्होंने वाटर रीचार्जिंग सिस्टम यानी बरसात के पानी को रोकने के लिए जागरूक किया। डाॅ. श्रीकृष्ण कोष्ठा, डाॅ. ओसफ अंसारी, मंगल सिंह, नीरज, प्रगति चौहान, नम्रता श्रीवास्तव, प्रीति पाठक, मनीष याज्ञिक, विनय सक्सेना, शिव कुमार ने भी जल संरक्षण को लेकर अपने विचार रखे। उधर, कैलाशी देवी श्रवण कुमारी महाविद्यालय के एनएसएस शिविर के समापन पर उपस्थित पूर्व विधायक विनोद चतुर्वेदी ने छात्र, छात्राओं को शिविर में सीखे हुए समाजसेवा के गुर को अपने दैनिक जीवन में अपनाने की बात कही। प्रबंधक प्रताप नारायण तिवारी उर्फ लल्ला ने छात्रों को अनुशासन में रहकर समाजसेवा करने का पाठ पढ़ाया। समाजसेवी उपेंद्र गुर्जर ने भारतीय संस्कृति के महत्व को समझाया। समापन पर कार्यक्रम अधिकारी डाॅ. जितेंद्र सिंह, प्रवीण दीक्षित, डाॅ. पूनम विश्नोई, प्राचार्य विवेक दीक्षित, रामहेत निरंजन, जौली सोनी, नफीस सिद्दीकी, विष्णु चतुर्वेदी, कुसुमलता सक्सेना, नेहा सोनी, राहुल भदौरिया, मनोज पांडेय, गजराज सिंह, राजेश द्विवेदी, अतुल शर्मा, आशीष ने भी अपने विचार रखे।