राष्ट्रीय लोक अदालत को लेकर न्यायिक मजिस्ट्रेटों के साथ हुई समीक्षा बैठक

उरई। उ0प्र0 राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वावधान में 9 दिसम्बर 2023 को आयोजित की जाने वाली राष्ट्रीय लोक अदालत की सफलता सुनिश्चित किये जाने हेतु आज माननीय जनपद न्यायाधीश श्री लल्लू सिंह के कुशल-मार्गदर्शन में एवं सचिव/अपर सिविल जज, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण श्री महेन्द्र कुमार रावत द्वारा न्यायिक मजिस्ट्रेटों के साथ समीक्षा बैठक की गयी।
उन्होंने उपस्थित न्यायिक अधिकारियों को दिनांक 6 से 8 दिसम्बर तक प्रत्येक दिन लघु शमनीय आपराधिक मामले (पेटी ऑफेन्स ) अधिक से अधिक संख्या में निस्तारित करने के लिये आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित करने को कहा। उन्होंने उपस्थित सभी न्यायिक मजिस्ट्रेटों को निर्देशित किया कि जो मामले नेशनल ज्यूडिशियल डाटा ग्रिड (एनजेडीजी0) पर दर्ज है, मात्र वहीं मामले लोकअदालत में निस्तारित किये जायेंगे। ऐसी स्थिति में सभी न्यायिक अधिकारी उनके न्यायालयों में विचाराधीन मामलों में से ऐसे मामलों को तत्काल चिन्हित करके सम्बन्धित पक्षकारों को अविलम्ब सूचित करें, ताकि न्यायालय से प्रेषित नोटिस/सम्मन की तामीला समय पर हो सके और अधिक से अधिक वादकारीगण राष्ट्रीय लोकअदालत में सहभागिता कर सके।
उन्होंने उपस्थित अधिकारियों से यह भी अपेक्षा की है कि प्रायः ऐसा देखने में आता है कि या तो न्यायालय से सम्मन/नोटिस विलम्ब से प्रेषित किये जाते है अथवा उनकी तामीला समय से नहीं हो पाती। इस कारण प्रेषित किये गये सम्मन/नोटिस के सापेक्ष वादकारियों की उपस्थिति न्यायालय में अत्याधिक कम हो पाती है। इसका प्रभाव निस्तारित मामलों की संख्या पर पड़ता है। इसलिये सभी न्यायिक अधिकारियों को इस तथ्य का संज्ञान लेते हुये इसे अपने स्तर पर मॉनीटर करें।
बैठक में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट रेनू यादव, सिविल जज जू0डि0 कोंच उमैमा शाहनबाज, सिविल जज जू0डि0/न्यायिक मजिस्ट्रेट उरई प्रियंका सरन, सिविल जज जू0डि0/न्यायिक मजिस्ट्रेट कोंच मोहित निर्वाल एवं सिविल जज जू0डि0 कालपी इशिता सिंह आदि न्यायिक अधिकारीगण उपस्थित रहे।