महिलाओं व बालिकाओं के प्रति होने वाली हिंसा पर रोकथाम दिवस के रूप मनाया

उरई (जालौन) संयुक्त राष्ट्र संघ के निर्देश पर गुरुवार को वन स्टॉप सेंटर सखी जालौन पर महिलाओं व बालिकाओं के प्रति होने वाली हिंसा की रोकथाम दिवस के रूप में मनाया गया तथा एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर भिन्न-भिन्न स्वयंसेवी संगठनों तथा महिलाओं ने प्रतिभाग किया। संगोष्ठी में महिला कल्याण विभाग से जिला प्रोबेशन अधिकारी डॉ अमरेंद्र कुमार पौत्स्यायन ने संगोष्ठी को संबोधित करते हुए आवाहन किया कि समाज में महिलाओं तथा बालिकाओं के प्रति होने वाली हिंसा को मिलकर रोकने की आवश्यकता है ताकि एक स्वस्थ समाज की परिकल्पना को साकार किया जा सके उपस्थित महिलाओं को संबोधित करते हुए डॉक्टर पौत्स्यायन ने कहा कि इसके लिए हर एक व्यक्ति को मिलकर प्रयास करने की आवश्यकता है कि उनके घर की बेटियों का व महिलाओं का मान सम्मान सुरक्षित रहें तथा इसके लिए राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही मिशन शक्ति योजना जो नारी सुरक्षा नारी सम्मान तथा नारी स्वावलंबन को लेकर चलाई जा रही है मूर्त रूप देने की आवश्यकता है ताकि महिलाओं के मौलिक अधिकारों को सुरक्षित किया जा सके आज के संगोष्ठी में बोलते हुए बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष सतीश चन्द्र ने महिलाओं से आवाहन किया की समाज में बेटियों को सुरक्षित करें तथा बेटियों के प्रति भेदभाव न करें उन्हें उचित अवसर प्रदान करें ताकि उनके व्यक्तित्व का बेहतर निर्माण संभव हो सके व समाज में बेटियां बेहतर योगदान कर सकें बाल कल्याण समिति की सदस्य गरिमा पाठक ने बेटियों के लिए अवसर प्रदान करने की आवश्यकता पर जोर दिया ताकि बेटियों को शिक्षित कर उन्हें मुख्यधारा में शामिल किया जा सके किशोर न्याय बोर्ड की सदस्य मीनू मिश्रा ने भी संगोष्ठी को संबोधित किया महिला कल्याण अधिकारी अलकमा अख्तर संरक्षण अधिकारी जूली खातून परामर्शदाता संध्या महिला शक्ति केंद्र की जिला समन्वयक नीतू तथा महिला कल्याण विभाग के चंदन सिंह व अन्य समस्त कार्मिक मौजूद रहे संगोष्ठी में उपस्थित महिलाओं को शपथ दिलाई गई कि हम अपनी वाणी से कोई भी दुर्वचन न बोलेंगे जिससे महिलाओं व बालिकाओं की गरिमा को ठेस पहुंचे हम महिलाओं व बालिकाओं का सम्मान करेंगे तथा उन्हें उचित अवसर प्रदान करेंगे।