राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग मोर्चा ने 6 सूत्रीय मांगों को लेकर दिया धरना

उरई (जालौन) धरना सभा को सम्बोधित करते हुए बहुजन क्रांति मोर्चा के संयोजक जमुना दास बौद्ध ने कहा कि केन्द्र की सरकार द्वारा अभी कुछ दिन पहले सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा देकर यह बात निश्चित कर दी गयी थी कि केन्द्र सरकार ओबीसी की जाति आधारित जनगणना 2022 की जनगणना में नहीं करायेगी।
उन्होंने कहा कि आजाद भारत में ओबीसी की जनगणना या फिर जाति आधारित जनगणना एक बार भी नहीं करायी गयी। जिसका दुष्परिणाम यह हुआ कि पिछड़े वर्ग के सही आंकड़े नहीं आ सके। उन्होंने कहा कि आजादी के 74 वर्षों में भी अधिकार से वंचित है। उन्होंने कहा कि केन्द्र की सरकार द्वारा तीन कृषि कानून लाये गये जो किसान विरोधी है इससे किसान पूरी तरह से पूजीपतियों के आधीन हो जायेगा इस लिए संगठन की ओर मांग करते है तीनों कृषि कानूनों सरकार रद्द करें। धरना प्रदर्शन के उपरांत राष्ट्रपति को सम्बोधित 6 सूत्रीय ज्ञापन एसडीएम को भेंट किया। धरना सभा में प्रमुख रूप से राष्ट्रीय पिछड़ा राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग मोर्चा के धरना प्रदर्शन में प्रमुख रूप से विनोद कुमार वर्मा, रामप्रकाश, सुरेन्द्र कुमार, नारायण सिंह, जमनादास बौद्ध बहुजन क्रांति मोर्चा के जिला संयोजक, रामभरोसे कुशवाहा, जिलाध्यक्ष भूपसिंह यादव, एल.आर. अटल, जगमोहन वर्मा, पुष्पेन्द्र सिंह, डा. भगवान सिंह राठौर, विद्याराम राठौर, भरत कुमार लुटेरे, सत्यशील बौद्ध, रामनरेश दोहरे सहित दर्जनों संगठन के लोग मौजूद रहे।