बेख़ौफ़ हुए खनन माफिया, लाल सोने का अवैध धन्धा जोरों पर

कालपी (ज्ञानेंद्र मिश्रा) प्रशासन भले ही बालू के अवैध खनन व परिवहन न होने का दावा करता है लेकिन यह सही नही है हाईवे से दिन-रात मानक से अधिक बालू लादकर वाहन गुजर रहे हैं।
शासन नदियों में अवैध खनन पर तो सख्त है ही साथ इसके अवैध परिवहन से भी राजस्व की क्षति हो रही है साथ ही सडको को भी क्षति पहुँच रही है लेकिन प्रशासन छुटपुट कार्यवाही करने के बाद शायद चुप बैठ गया है जिसकी बानगी हाईवे पर मानक से अधिक बालू लादकर निकलने वाले वाहन देखकर लगाया जा सकता है। सूत्रो की माने तो पहले प्रशासनिक जिम्मेदार समय समय पर आकस्मिक छापेमारी कर खनिज का अवैध परिवहन करने वालो वाहनो पर कार्यवाही करते रहते थे जिससे हाईवे से मानक से अधिक बालू लादकर निकलने वाले वाहनो की संख्या बेहद कम रहती थी। लेकिन अब बालू का अवैध परिवहन करने वाले वाहनो की अनदेखी होने से ओवरलोड वाहनो की संख्या बढती ही जा रही है आलम यह है कि रात के अन्धेरे मे निकलने वाले वाहन अब रोशनी में भी निकल रहे है जिससे जिम्मेदारो की साख पर सवाल खड़े हो रहे। इसके साथ ही आटा इटौरा रोड पर प्रशासन द्वारा सुकराना लेने की चर्चा भी आम है।
लोकेशन कारोबारियों का धन्धा जोरों पर, इंट्री का खेल भी शबाब पर –
लाल सोने के अवैध कारोबार के प्रति प्रशासनिक अनदेखी से लोकेशन का खेल शबाब पर पहुंच गया है आलम यह है कि शाम होते ही बालू परिवहन क्षेत्रो मे लग्जरी वाहनो का जमघट शुरू हो जाता है जो सुबह तक रहता है और इसके लिए इस रूट के कुछ अड्डे भी निर्धारित हैं। वही बालू के इस खेल मे इन्टरी का कारोबार चल निकला है जिसमें क्षेत्र के कुछ चिन्हित शक्ति केन्द्र की कीमतें भी निर्धारित है जिसमे प्रतिमाह लाखो का कारोबार होता है तथा सबसे ज्यादा आटा इटौरा रोड पर यह खेल फल फूल रहा है।