सीवर लाइन पुनर्गठन की स्वीकृति पर नागरिक खुश, बदहाली से निजात मिलने की जताई उम्मीद

कोंच/जालौन। बुंदेलखंड में सबसे बड़ी करीब 40 किमी लंबी कोंच की पांच दशक पुरानी सीवर लाइन के पुनर्गठन की राह खुलती देख नागरिकों ने खुशी जताई है। शासन ने इसके लिए धन की मंजूरी दे दी है।
नगर के लोगों ने कहा कि वर्षों से नगरवासी सीवर की समस्या से जूझ रहे हैं। नगर की ऐसी कोई गली नहीं है जहां क्षतिग्रस्त लाइनों के चलते चैंबर न उफना रहे हों। सीवर लाइन का पुनर्गठन होने से निश्चित रूप से वर्षों पुरानी विकट समस्या का समाधान हो सकेगा। नागरिकों ने कहा, गत वर्ष लाखों रुपए की धनराशि से सीवर चैंबरों की साफ सफाई के नाम पर सरकारी धन का बंदरबांट किया गया था जिसको देखते हुए सीवर लाइन पुनर्गठन में पूरी ईमानदारी और पारदर्शिता बरती जाए। कैलाश मिश्र, रामप्रकाश यादव, विजय रावत, नासिर खान, मोहम्मद वसीम सिद्दीकी, नरेंद्र दुवे लल्लन, शिवांश श्रीवास्तव, रजनी डेंगरे, डॉ. आलोक निरंजन, डॉ. संजीव, केशवनाथ सिंह आदि का कहना है कि अब कोंच की सूरत बदलने की उम्मीद की जा सकती है।
विदित हो कि कुछ समय पूर्व जल निगम द्वारा नगर की सीवर लाइन के पुनर्गठन हेतु प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा गया था। शासन स्तर से सीवर लाइन पुनर्गठन के इस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई है और 35 करोड़ रुपए स्वीकृत भी कर दिए गए हैं। जल निगम के जेई अनमोल अवस्थी ने जानकारी देते हुए बताया है कि धनराशि स्वीकृत होने के बाद अब टेंडर प्रक्रिया पूरी की जाएगी और करीब छह माह के बाद पुनर्गठन का कार्य प्रारंभ हो सकेगा। उन्होंने बताया कि पुनर्गठन के तहत सीवर लाइन अब 40 किमी लंबी और एक से तीन मीटर गहरी डाली जाएगी जिसमें 150 से लेकर 400 एमएम तक के पाइप डाले जाएंगे।