हीट स्ट्रोक से बचने के लिए एहतियात बरतने की जरूरत : डॉ. आर. के. शुक्ला

कोंच/जालौन। बैरोमीटर में लगातार ऊपर की ओर कुलांचे भर रहे पारे का असर यह हो रहा है कि आसमान से बरसती आग में दिन व दिन अपना रौद्र रूप दिखा कर सूरज ने आम जीवन को हलकान करके रख दिया है। बढती तपिश में हीट स्ट्रोक का खतरा और भी बढ गया है। डॉक्टरों ने लोगों को हीट स्ट्रोक से बचने के लिए एहतियात बरतने की सलाह दी है। सीएचसी कोंच के अधीक्षक डॉ. आरके शुक्ला ने शरीर में पानी की कमी नहीं होने देने और पूरा शरीर कपड़े से ढकने की नसीहत देते हुए बचाव के कई और उपाय भी लोगों को अपनाने की सलाह दी है।
कमोवेश रोज ही एक-दो डिग्री तापमान बढने के बीच शनिवार को 47 डिग्री सेल्सियस तापमान की तपिश में ऐसा लगा जैसे आम जनजीवन जैसे कराह उठा हो। सीएचसी अधीक्षक डॉ. आरके शुक्ला ने आम लोगों से कहा है कि शरीर में पानी की कमी हीट स्ट्रोक का बड़ा कारण बन सकती है लिहाजा पानी लगातार पीते रहें, प्यास नहीं लगने पर भी थोड़ा बहुत पानी पीते रहें। यात्रा के दौरान पानी हमेशा साथ रखें, ओआरएस लेते रहें, घर में बने पेय पदार्थ फ्रूट जूस आदि लेते रहें। शरीर को हमेशा ढक कर रखें। जहां तक हो सके दोपहर बारह से तीन बजे तक घर में ही रहें। जब भी बाहर निकलना हो, सुबह या शाम को ही निकलें। एक साल से कम आयु के बच्चे, गर्भवती स्त्रियां, बाहर काम करने वाले मजदूर, मानसिक रोगी, हार्ट पेशेंट, हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों में हीट स्ट्रोक का खतरा ज्यादा रहता है लिहाजा ऐसे लोग खास एहतियात बरतें।