हार्ट सर्जरी के लिए पहली बार सरकारी एंबुलेंस से अलीगढ़ भेजे गए बच्चे

उरई/जालौन। जन्मजात हृदय संबंधी बीमारियों से जूझ रहे छह बच्चों को उपचार एवं सर्जरी के लिए राजकीय मेडिकल कॉलेज अलीगढ़ भेजा गया है। इन बच्चों की वहां पर सर्जरी होगी और वे फिर से सामान्य जीवन जी सकेंगे। ऐसा पहली बार हुआ है कि इन बच्चों को सरकारी एंबुलेंस से भिजवाया गया है। अभी तक विभाग की गाड़ी से इन्हें भेजा जाता था।
डीईआईसी (जिला शीघ्र हस्तक्षेप केंद्र) के प्रबंधक रवींद्र सिंह चौधरी ने बताया कि राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरबीएसके) के माध्यम से कोंच के पिंडारी ब्लाक से गजराज (10 वर्ष), आर्यन (छह साल), राधिका (8 वर्ष), नमन (साढ़े चार साल), सुदीक्षा (15 साल) एवं नदीगांव ब्लाक से छोटू (सवा दो साल) को राजकीय मेडिकल कालेज अलीगढ़ भिजवाया गया है। जहां इनकी सर्जरी आदि की निशुल्क व्यवस्था होगी।
राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के नोडल अधिकारी एवं एसीएमओ डा एसडी चौधरी का कहना है कि आरबीएसके प्रोग्राम में ऐसे बच्चों का निशुल्क उपचार कराया जाता है, जो जन्मजात हृदय संबंधी , कटे, फटे होंठ, मोतियाबिंद, टेढ़े मेढ़े पांव, रीढ़ की हड्डी संबंधी बीमारी का उपचार प्रदेश के उच्च स्तरीय संस्थानों में निशुल्क कराया जाता है। उन्होंने बताया कि इसके लिए जिले में आरबीएसके की टीमें लगी हुई है, जो प्रत्येक ब्लाक में जाकर आंगनबाड़ी केंद्र और सरकारी स्कूलों में जाकर जांच करती है और ऐसे बच्चों को चिह्नित कर उनके उपचार की व्यवस्था करती हैं। प्रत्येक टीम में दो डाक्टर (एक पुरुष व एक महिला) और एक पैरामेडिकल कर्मचारी और एक स्टाफ नर्स शामिल होती है।
प्रत्येक टीम को हर माह बच्चों की जांच और उनके इलाज की व्यवस्था कराने की जिम्मेदारी दी जाती है। अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. बीएम खैर ने बताया कि अभी तक बच्चों को जिले से बाहर उपचार के लिए भेजने के लिए विभागीय वाहन की व्यवस्था की जाती थी, जिसकी वजह से कई बार रास्ते में समस्या आ जाती थी। इसे लेकर पहली बार उन्होंने इसके लिए एंबुलेंस के कोआर्डिनेटर दीपक कुमार से बात की और बच्चों को इलाज के लिए सरकारी एंबुलेंस से अलीगढ़ भिजवाया गया। छह बच्चों को दो एंबुलेंस लेकर गई हैं। सरकारी एंबुलेंस की सुविधा मिलने पर बच्चों और उनके अभिभावकों में खुशी देखी गई।