ऑक्सीजन सिलिंडरों की कमी की वजह से मरीजों की उखड़ने लगी सांसें

कानपुर। कोरोना जैसी भीषण आपदा में भी सिस्टम संवेदनहीन बना हुआ है। इलाज के आभाव में लोग दम तोड़ रहे है। अस्पताल मरीजों को भर्ती नहीं कर रहे है। इसके अलावा कोविड अस्पतालों में बेड की मारामारी मची है।
शहर में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ने की वजह से ऑक्सीजन का संकट दिनों दिन गहराता जा रहा है। अस्पतालों में ऑक्सीजन की मांग तीन गुना बढ़ गई है। पहले मरीजों को ऑक्सीजन मिले, इस वजह से उद्योगों के लिए आपूर्ति रोक दी गई है। ऑक्सीजन आपूर्ति करने वाली फर्मों ने खुद ही यह फैसला लिया है।आने वाले दिनों में कई तरह के उद्योगों में उत्पादन प्रभावित हो सकता है। कानपुर में इन दिनों अस्पताल,होम आइसोलेशन वाले मरीजों और उद्योगों को मिलाकर करीब 5000 सिलिंडर रोज चाहिए।
हालात ये हैं कि अस्पतालों में ही सिलेंडरों की आपूर्ति नहीं हो पा रही है। ऐसे में उद्योगों को 80 फीसदी तक आपूर्ति रोकनी पड़ी। माना जा रहा है कि अगले एक दो दिन में उद्योगों को पूरी तरह आपूर्ति रोक दी जाएगी। अस्पतालों में गंभीर मरीजों के भर्ती होने से मांग में भारी बढ़ोतरी हो गई है। महामारी के चरम पर होने की वजह से स्वास्थ्य महकमा इसे लेकर हलाकान है। रोजाना सुबह-शाम अस्पतालों से डिमांड और सप्लाई की रिपोर्ट लेकर शासन को भेजी जा रही है। जिले में ऑक्सीजन की किल्लत से प्रशासनिक अमले में हड़कंप मचा है।
अस्पतालों के बेड फुल, होम आइसोलेशन में उखड़ने लगीं सासें
मरीजों को अस्पतालों में बेड नहीं मिल रहे हैं। तीमारदार एंबुलेंस में ही मरीज को लेकर एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल भटक रहे हैं। मजबूरन हजारों मरीज होम आइसोलेशन में हैं। आक्सीजन सिलिंडरों की कमी की वजह से ऐसे मरीजों की सांसें उखड़ने लगी हैं।