कोंच व नदीगांव में नहीं थमा रहा बधाई देने का सिलसिला, जारी है जश्न का माहौल

कोंच। तहसील क्षेत्र में लगने वाले दोनों ब्लॉकों कोंच व नदीगांव में निर्विरोध जीते ब्लॉक प्रमुखों और उनके लंबरदारों को बधाइयां देने का सिलसिला लगातार जारी है। नदीगांव में तो मेला सा लगा है। पूरे नदीगांव ब्लॉक इलाके के असरदार लोग, ग्राम प्रधान आदि वहां पहुंच रहे हैं और ब्लॉक प्रमुख अर्जुन सिंह के साथ साथ उनके पुत्र वहां के चर्चित समाजसेवी अभिमन्यु सिंह को बधाइयां दे रहे हैं।
बता दें कि नदीगांव इलाके की राजनीति में अपना दबदबा कायम करने बाले अभिमन्यु सिंह डिंपल ने पिछले दो दशक से जो वर्चस्व स्थापित किया है उसे तोड़ने के प्रयास तो कई बार हुए लेकिन उनके राजनैतिक विरोधी इन प्रयासों में कामयाब नहीं हो पा रहे हैं। जब भी सीट उनके माफिक हुई तो उनके परिवार के सदस्य ने विरासत संभाली और आरक्षण एससी या ओबीसी हुआ तो उन्होंने अपने व्यक्ति को ब्लॉक प्रमुख बनवा लिया। 2011 से 2016 तक उनकी मां शांति देवी ब्लॉक प्रमुख रहीं। 2016 में पिछड़ी महिला सीट पर उन्होंने अपने खास चंदन पाल की पत्नी सावित्री देवी को ब्लॉक प्रमुख बनवा लिया और अबकी दफा सामान्य सीट पर उनके पिता अर्जुन सिंह निर्विरोध चुने गए हैं। इतना ही नहीं, नगर पंचायत में भी उन्होंने अपने फरमाबरदार भानुप्रकाश वर्मा को अध्यक्ष बनवाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। इस तरह अगर देखा जाए तो नदीगांव क्षेत्र की राजनीति डिंपल के इर्द गिर्द घूमती है। ऐसी स्थिति में हर वह व्यक्ति जो राजनीति में थोड़ा सा भी दखल रखता है, डिंपल को बधाइयां देने वहां पहुंच रहा है। कोंच से भाजपा की जिला मंत्री अंजू अग्रवाल, नगर कोषाध्यक्ष प्रभंजन गर्ग, संजीव अग्रवाल, बादामसिंह कुशवाहा आदि ने भी नदीगांव जाकर डिंपल को मोमेंटो भेंट कर बधाई दी। इस दौरान अनिरुद्ध सिंह परिहार, डीएन शिवहरे, परमाल ठाकुर, कल्लू शिवहरे आदि मौजूद रहे। इधर, कोंच में भी रानीदेवी के निर्विरोध चुने जाने का जश्न थमने का नाम नहीं ले रहा है। शनिवार को भी बधाइयों का सिलसिला चलता रहा। माना जा रहा है कि पूर्व ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि सत्येंद्र कुमार शीलू पड़री तथा शरद निरंजन विरगुवां की अटूट मेहनत और क्षेत्रीय विधायक मूलचंद्र निरंजन के वरदहस्त ने रानीदेवी को निर्विरोध निर्वाचित कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इस दौरान विकास पटेल धनौरा, गौरी चबोर, पूर्व ब्लाक प्रमुख चंद्रपाल निरंजन, करूं पटेल सदुपुरा, विनोद वर्मा, आशु पटेल, सुभाष पटेल, रवि प्रधान विरगुवां बुजुर्ग, हरिश्चंद तिवारी, विमल याज्ञिक, रवींद्र लौना, आदित्य, पुरुषोत्तम पटेल, छोटे राजा पड़री आदि तमाम लोग मौजूद रहे।