परासनी/जालौन। श्री गोङ बाबा मंदिर परिसर में सात दिवसीय श्रीमद्भागवत ज्ञान यज्ञ सप्ताह का आयोजन किया जा रहा है। इसमें सोमवार को भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव मनाया गया। भगवान के जन्म की खुशी में श्रद्धालु खुशी में झूम उठे। कथा व्यास राज नारायण उपाध्याय जी महाराज वृन्दावन ने भगवान कृष्ण के जन्म की कथा सुनाई।
उन्होंने बताया कि एक बार कंस अपने साथ वासुदेव और देवकी को लेकर जा रहा था। तभी आकाशवाणी होती है रे कंस देवकी का आठवां पुत्र तेरा काल बनकर नाश करेगा। इतना सुनते ही कंस ने वासुदेव-देवकी को कारावास में बेडियों से बांधकर डाल दिया। सैनिकों का पहरा लगाते हुए कहा कि जब देवकी को कोई संतान हो तो मुझे सूचना करना। इसके बाद जब भी देवकी को संतान होती कंस उनको मार देता। जब देवकी आठवां गभर्धारण करती हैं तभी कंस ने सैनिकों को सावधान कर दिया। भादप्रद कृष्ण पक्ष की अष्ठमी को मध्य रात्रि में भगवान नारायण बालक रूप में प्रकट होते हैं। वे कहते हैं कि मुझे गोकुल नंद बाबा के घर छोड़ आओ और वहां से योगमाया को साथ ले आओ। तभी अचानक बेडियां खुल जाती हैं। वासुदेव ने कृष्ण को टोकरी में सावधानीपूर्वक रखा यमुना नदी पार करते हुए नंद बाबा के यहां लेकर पहुंचते हैं, वहां से योगमाया लेकर आ जाते हैं। इधर, नींद में हो रहे पहरेदारों की नींद टूटती है और वे कंस को सूचना देते हैं। कंस जैसे ही योगमाया को मारना चाहता वह आकाश में जाकर कंस को सचेत करती है। उधर, गोकुल में कृष्ण जन्म की खुशियां मनाई जाती है। इसमे मुख्य रूप से राजकुमार मिश्र, कृष्ण नारायन मिश्र, वीर कुमार मिश्र, मनोज कुमार मिश्र, विवेक, पिंटू मिश्र, सुमित, विपुल, अमित, रोहित, राजेन्द्र मिश्र आदि सेकड़ो की संख्या में लोग मौजूद रहे।