अब आयुष्मान एप से लाभार्थी स्वयं बना सकेंगे अपना कार्ड : सीएमओ

उरई। जिले के लाभार्थी अब अपना कार्ड आयुष्मान एप से खुद ही बना सकेंगे। राष्ट्रीय स्वास्थ्य अथॉरिटी, भारत सरकार के एक नए ऐप आयुष्मान एप्लिकेशन की सहायता अब कोई भी जनपद वासी लॉग इन करके चिन्हित पात्र लाभार्थी जिसका नाम सूची में शामिल है, उनका आयुष्मान कार्ड ई केवाईसी करके डाउनलोड कर सकता है। इस योजना के शुरू होने से लाभार्थियों की परेशानी दूर होगी। योजना की शुरुआत में 1.05 लाख परिवारों को जनपद में आयुष्मान भारत योजना से जोड़ा गया था, बाद में अंत्योदय के 34037 परिवारों को भी योजना से जोड़ा गया।
मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ एनडी शर्मा ने जानकारी दी कि आयुष्मान भव: अभियान 17 सितंबर 2023 से जनपद जालौन के समस्त नौ ब्लॉक में चलाया जा रहा है। इसका एक मुख्य घटक आयुष्मान आपके द्वारा 3.0 है। उन्होंने बताया कि इस घटक के तहत आयुष्मान योजना के लाभार्थी पोर्टल पर जाकर या गूगल प्ले स्टोर से आयुष्मान ऐप डाउनलोड करके बेनिफिशियरी के रूप में लॉगिन कर स्वयं अपना आयुष्मान कार्ड बना सकते हैं। इसका उपयोग कोई भी सहायक अथवा समाजसेवी अथवा आम नागरिक या सरकारी कर्मचारी भी संभावित आयुष्मान योजना के लाभार्थी के लिए कार्ड बना सकता है। इस तरह से कार्ड बनाने के लिए अब सरकारी कर्मचारी या फील्ड लेवल वर्कर पर निर्भरता नहीं रहेगी, यद्यपि वह भी पूर्व की तरह ही कार्ड बना सकते हैं।
आयुष्मान ऐप लिंक – https://play.google.com/store/apps/details?id=com.beneficiaryapp
आयुष्मान आपके द्वारा 3.0 कार्यक्रम की विशेष जानकारी देते हुए आयुष्मान योजना के जनपदीय कार्यक्रम प्रभारी डॉ आशीष कुमार झा ने बताया कि सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण उत्तर प्रदेश शासन के आदेशानुसार एनएफएससी डेटाबेस में 6 सदस्य वाले परिवार और अंत्योदय परिवार के सभी पात्र लाभार्थियों को आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के अंतर्गत शामिल कर लिया गया है।
शासन के स्तर पर कुल 28,963 परिवारों की सूची जनपद में भेजी गई है। जिसमें लगभग 2 लाख लाभार्थी जोड़े गए हैं। जिला पूर्ति अधिकारी कार्यालय के सहयोग से इस डाटा को ब्लॉक वार एवं ग्राम वार अलग-अलग किया जा रहा है, जिससे इस सूची को सभी खंड विकास अधिकारियों एवं ब्लॉक चिकित्सा अधीक्षकों को दी जा सके और वे चिन्हित लाभार्थियों का आयुष्मान कार्ड पंचायत सहायक के माध्यम से अथवा जनसेवा केंद्र संचालकों के माध्यम से अथवा पंजीकृत चिकित्सालय में आयुष्मान मित्र के माध्यम से अथवा लाभार्थी स्वयं एप्लीकेशन की सहायता से अपना अपना आयुष्मान कार्ड बनवा सके और भारत सरकार एवं उत्तर प्रदेश सरकार के द्वारा दी जा रहे हैं। पांच लाख रूपये तक की निशुल्क उपचार की सुविधा किसी भी राजकीय व निजी चिकित्सालय में प्राप्त कर सके।
अंत्योदय कार्डधारक के अलावा एनएफएसए के अंतर्गत ऐसे सभी पात्र परिवार जिनके कम से कम 6 सदस्य हैं उनको भी उत्तर प्रदेश के आयुष्मान योजना के अंतर्गत शामिल कर लिया गया है। ये परिवार चिन्हित हैं और इनका डेटाबेस अब पोर्टल पर उपलब्ध है। आयुष्मान भव: अभियान के दौरान ऐसे परिवारों को चिन्हित कर किसी भी स्वयंसेवी अथवा सरकारी कर्मचारी अथवा राशन दुकानदार या कोई अन्य साधन द्वारा भी पोर्टल या ऐप के माध्यम से इसका कार्ड बनाया जा सकता है, ऐसे कार्ड बनाने वाले लोगों के लिए अलग से आईडी की आवश्यकता नहीं है।
साथ ही डॉ० आशीष ने बताया कि जनपद के सभी नौ विकासखंड में ब्लॉक कम्युनिटी प्रक्रिया मैनेजर, आयुष्मान मित्र एवं कंप्यूटर ऑपरेटर को अपने-अपने ब्लॉक में सभी आशा कार्यकत्रियों, आंगनबाड़ी सहायिका के साथ-साथ कोटेदार एवं सफाई कर्मी एवं अन्य फील्ड लेवल वर्कर को प्रशिक्षण देने के लिए मास्टर ट्रेनर बनाया गया है। जो बीआईएस 3.0 मॉड्यूल एप्लीकेशन मोबाइल एप की सहायता से कार्ड बनाने के लिए संबंधित सभी कार्मिकों को प्रशिक्षित करेंगे। इस संबंध में मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय स्थित अचल प्रशिक्षण केंद्र में ब्लॉक स्तरीय टीम को प्रशिक्षित कर दिया गया है।