अन्ना मवेशियों के साथ जुगलबंदी कर फसलें चट कर रहे हैं ये पालतू मवेशी
लाख समझाने के बाद भी मवेशी छुट्टा छोड़ने से बाज नहीं आ रहे हैं गौपालक

कोंच। अभी तक किसान आवारा मवेशियों के कहर से बुरी तरह हलकान रहता था लेकिन अब पालतू पशुओं का भी इन्हें साथ मिल गया है जिसके चलते किसानों को अब चौबीसों घंटे खेतों की रखवाली करने पर मजबूर होना पड़ रहा है। गौपालकों द्वारा छुट्टा किए गए पालतू जानवर अन्ना मवेशियों के साथ जुगलबंदी कर खेतों में खड़ी फसलों को चट कर रहे हैं। अभी एक ताजा मामला गांव जरा से सामने आया है। एसडीएम के यहां शिकायत करते हुए किसानों ने बताया है कि हालात बहुत ही खराब हैं। कनासी गांव के गौपालक अपने पालतू पशुओं को छुट्टा किए हैं जो जरा गांव के खेतों को उजाड़ रहे हैं।
नदीगांव विकासखंड के ग्राम जरा के किसानों रामकृपाल, रामकिशोर, बालादीन, धतोले आदि ने एसडीएम अतुल कुमार को प्रार्थना पत्र देकर बताया कि कनासी गांव के पशुपालकों द्वारा छोड़े गए मवेशी सीमावर्ती गांव जरा के खेतों को उजाड़ रहे हैं, खेतों में खड़ी तिली की फसल इन छुट्टा छोड़े गए पालतू पशुओं के साथ साथ अन्ना मवेशियों द्वारा बर्बाद की जा रही है। किसानों को मजबूरीवश दिन रात खेतों की रखवाली करनी पड़ रही है। किसानों का कहना है कि तिल के अलावा उड़द, मूंग जैसी खरीफ की ज्यादातर फसलें अतिवृष्टि के कारण पहले ही बर्बाद हो चुकी हैं, जो थोड़ी बहुत बच गई हैं उन्हें खेतों में घूम रहे मवेशियों ने उजाड़ कर रख दिया है। किसानों ने एसडीएम से मांग की है कि पशु पालकों को अपने जानवर खूंटों से बांधने की ताकीद की जाए और अन्ना मवेशियों को गौशालाओं के भीतर कराया जाए।
वहीं नदीगांव विकास खंड के गांव जरा के रहने वाले किसान जितेंद्र पुरोहित का कहना है कि आजकल खेती किसानी करना मुश्किल हो गया है। हालात इतने खराब हैं कि लाख समझाने के बाद भी गौपालक अपने पालतू पशुओं को छुट्टा करने से बाज नहीं आ रहे हैं। इनमें ज्यादातर पशुपालन कनासी गांव के हैं जिन्होंने अपने जानवरों को छुट्टा छोड़ रखा है, मना करने पर लड़ाई झगड़ा करने पर आमादा हो जाते हैं।
इसी क्रम में विकास खंड कोंच के ग्राम परैथा के एक दलित किसान ने आरोप लगाया है कि ग्राम प्रधान द्वारा रात में गौशाला के मवेशियों को छुट्टा कर दिया गया जिन्होंने उनकी धान की फसल चर ली। किसान रामपाल पुत्र कल्यान सिंह ने एसडीएम को दिए प्रार्थना पत्र में बताया कि प्रधान द्वारा अक्सर गौशाला के पशुओं को रात में छुट्टा कर दिया जाता है जिसकी शिकायत उसने 3 अगस्त को भी की थी लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। नतीजतन ये मवेशी फसलों को चट कर रहे हैं। रामपाल ने प्रधान के खिलाफ कार्रवाई किए जाने की मांग की है।