शाम ढलते ही यहाँ शराबियों का लग जाता है जमावड़ा, राहगीर सहित यात्रियों को होती है परेशानी
ग्रामीण क्षेत्र के यात्रियों ने शराबियों के जमावड़े को समाप्त करने की उठाई मांग

जालौन (बृजेश उदैनिया) देवनगर चौराहे से कोतवाली तक बनी दुकानों में शाम ढलते ही सज जाते हैं मयखाने। दुकानदार अपनी अधिक बिक्री के चलते दुकानों के अंदर शराबियों को बैठाकर खुलेआम शराब पिलवाते हैं। जिससे आए दिन यात्रियो तथा अन्य लोगो को उक्त शराबियों से परेशान होकर कठिनाईयो का सामना करना पड़ता है। पुलिस जानबूझकर अनजान बनी रहती है जिसको लेकर लोगों ने उक्त संबंध में पुलिस अधीक्षक से कार्रवाई किए जाने की माँग उठाई।
कोतवाली से चंद दूरी पर स्थित देव नगर चौराहे पर शाम होते ही शराबियों का जमावड़ा देखने को मिलता है। यह शराबी बेखौफ होकर इस चौराहे पर उत्पात मचाते हैं। यह शराबी कभी सवारियों से उलझ जाते हैं तो कभी किसी बात को लेकर बस चालक तथा रोड पर ढिलिया ठेला लगाने वालों से अभद्रता कर तमाम हरकतें करते हैं। ग्रामीण क्षेत्र की महिला सवारियों को भी परेशानी का सामना करना पड़ता है। बताते चलें कि देव नगर चौराहे से लेकर कोतवाली तक बनी दुकानों में शाम होते ही शराबियों का बैठना शुरू हो जाता है। साथ ही दुकानदार भी अपनी दुकान की बिक्री बढ़ने के लालच में उन्हें बैठाकर खुलेआम शराब पीने की अनुमति दे देते हैं। एक महिला यात्री ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि वह गुरुवार को बंगरा तक जाने के लिए एक बस का इंतजार कर रही थी। तभी देव नगर चौराहे पर बंगरा रोड स्थित एक दुकान से शराबी शराब के नशे में धुत होकर आया और वह झूमते हुए मुझसे टकरा गया। जिससे वह गिर गई जिसके बाद बस आने पर वह बस में बैठ कर अपने घर चली गई। यह शरावियों का 1 दिन का मामला नहीं है ऐसे कई मामले यहाँ आते हैं। इस चौराहे पर नगर का सबसे व्यस्त और भीड़भाड़ वाला इलाका मना जाता है। यहां पर दिल्ली इटावा आगरा भिंड लहार औरय्या, कोंच, चुर्खी आदि चारो तरफ के लिए बसों का आवागमन होता है। इसलिए इस चौराहे पर सबसे अधिक भीड़ देखने को मिलती है। यात्रियों का आना-जाना होने से यहां ज्यादातर भीड़ रहती है। लेकिन शराबियों से यात्री भी परेशान रहते। ग्रामीण क्षेत्र के लोगों ने पुलिस अधीक्षक से मांग करते हुए कहा कि इस चौराहे की दुकानों पर से शराबियों का जमावड़ा समाप्त करा कर उक्त दुकानदारों के खिलाफ कार्यवाही अमल में लाएं। जिससे यात्रियों को परेशानी का सामना न करना पड़े।