डीएम ने कॉलेज की प्रशासनिक व्यवस्थाएं देखने के लिए एसडीएम को किया नामित
एमपीडीसी के इतिहास में संभवतः यह पहला मौका है जब प्रबंध समिति से इतर व्यवस्था बनाई गई है

कोंच (पीडी रिछारिया) मथुरा प्रसाद महाविद्यालय की प्रबंधकारिणी समिति को कामकाज नहीं करने लायक मानते हुए उस पर जिलाधिकारी चांदनी सिंह ने प्रतिबंध लगा दिया है और प्रशासनिक व्यवस्थाएं देखने के लिए एसडीएम कोंच कृष्ण कुमार सिंह को नामित कर दिया है। यह व्यवस्था नवीन कार्यकारिणी के गठन तक लागू रहेगी। महाविद्यालय के इतिहास में संभवतः यह पहला ऐसा मौका है जब प्रबंधकारिणी समिति के इतर व्यवस्था देखने के लिए किसी प्रशासनिक अधिकारी को बिठा दिया गया है।
जिलाधिकारी चांदनी सिंह ने अपने 23 दिसंबर के पत्र में कहा है कि महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. नरेश कुमार के 22 नवंबर के पत्र में दिए गए हवाले पर एसडीएम कोंच कृष्ण कुमार सिंह व जिला विद्यालय निरीक्षक राजकुमार पंडित की संयुक्त जांच समिति गठित की गई थी। जांच समिति ने 12 दिसंबर को दी अपनी जांच आख्या में एजूकेशन सोसायटी मथुरा प्रसाद महाविद्यालय के प्रावधानों के अंतर्गत नई प्रबंध समिति के गठन होने तक पुरानी प्रबंध समिति/ व्यवस्था द्वारा महाविद्यालय के शिक्षक व शिक्षणेत्तर कर्मचारियों का वेतन आहरित किया जाना एवं अन्य मदों में धनराशि व्यय पर प्रतिबंध लगाना उचित पाया है। चूंकि प्राचार्य के 18 नवंबर के पत्र में पूर्व प्रबंध समिति के विरुद्ध कतिपय गंभीर आरोप लगाए गए हैं जिनकी अलग से जांच कराई जा रही है सो ऐसी स्थिति में पूर्व प्रबंध समिति को वेतन आहरित किए जाने हेतु अधिकृत किया जाना समीचीन नहीं है। इसी के साथ डीएम चांदनी सिंह ने महाविद्यालय की प्रशासनिक व्यवस्थाएं देखने तथा वेतन आहरित करने के लिए एसडीएम कृष्ण कुमार सिंह को अधिकृत कर दिया है। डीएम ने क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी झांसी से भी अपेक्षा जताई है कि प्रबंध समिति के निर्वाचन की कार्रवाई सक्षम स्तर से प्राथमिकता के आधार पर कराना सुनिश्चित करें। यह आदेश नई कार्यकारिणी के गठन तक लागू रहेगा।