पहाड़गांव में पानी के लिए हाहाकार, बदइंतजामी से गहराया पेयजल संकट

कोंच (पीडी रिछारिया) अच्छी खासी जनसंख्या वाले ग्राम पहाड़गांव में पानी के लिए हाहाकार मचा है। बदइंतजामी के चलते इस भीषण गर्मी में वहां पेयजल का जबर्दस्त संकट गहराया है जिससे ग्रामीणों में गुस्सा है। गांव के करीब एक तिहाई हैंडपंप खराब पड़े हैं और ओवरहेड टैंक से होने वाली जलापूर्ति में फटी टूटी लाइन से आधा गांव प्यासा है।
पिछले तमाम रिकॉर्ड तोड़ते हुए इस बार गर्मी का मौसम शुरू होने से पहले ही शुरू हो गया जिसके चलते पिछले कमोवेश एक हफ्ते से बैरोमीटर में पारा 40 डिग्री सेल्सियस पार कर गया है। ऐसी हालत में ग्रामीण पेयजल जैसी मूलभूत समस्या से जूझने लगे हैं। कहने को तो पहाड़गांव में 20 सरकारी हैंडपंप और एक बड़ी ओवरहेड टंकी भी बनी हुई है, लेकिन इनमें से एक तिहाई यानी 7 हैंडपंप खराब पड़े हुए हैं। ओवरहेड टंकी की जर्जर पाइप लाइन के सहारे आधे गांव में ही जलापूर्ति हो पा रही है। बता दें कि पहाड़गांव में पेयजल जलापूर्ति की समस्या से निजात हेतु एक टंकी का निर्माण कराया गया था। उस समय गांव में जो पाइप लाइन बिछाई गई थी वह मानक के अनुरूप नहीं बिछाई गयी थी और वक्त से पहले ही पाइप लाइन जर्जर हो जाने के चलते टंकी का पानी आधे गांव में ही पहुंच पा रहा है। उक्त मूलभूत समस्या को लेकर ग्रामीणों ने कई बार विभागीय अधिकारियों से लिखित और मौखिक शिकायत भी की लेकिन अब तक उक्त समस्या दूर नहीं की जा सकी है। दूसरी तरफ गांव में 20 सरकारी हैंडपंप स्थापित हैं जिनमें से 7 हैंडपंप काफी समय से खराब पड़े हुए हैं। इनकी मरम्मत की जिम्मेदारी ग्राम पंचायत की है लेकिन खराब हैंडपंप ठीक नहीं हो पाना ग्राम सभा की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर रही है। ग्रामीणों के सामने पानी की बढती किल्लत पर जिम्मेदार अधिकारियों को गंभीरता से लेना चाहिए ताकि ग्रामीणों की समस्या दूर हो सके। ग्रामीण भगवती परिहार बताते हैं कि पथरीली भूमि होने के कारण गांव में आसानी से पानी नहीं मिलता है और जो पानी के स्रोत हैं उन्हें ही सही नहीं कराया जा रहा है।