शीतला अष्टमी के अवसर पर सुबह से ही माँ शीतला मंदिर में लगी रही भक्तों की भीड़

उरई (जालौन) शीतला अष्टमी के दिन शुक्रवार को लोगों ने मां शीतला का विधि विधान से पूजन अर्चन कर शरीर स्वस्थ बने रहने की कामना की। भक्तों का सुबह से ही मां शीतला मंदिरों में आने जाने का तांता लग गया था। जो देर रात तक चलता रहा।
बताते चले कि होली के एक सप्ताह बाद मनाये जाने वाले शीतला अष्टमी त्योहार पर शुक्रवार को श्रद्धालुओं ने माता शीतला का विधि पूर्वक पूजन अर्चन किया मानना है कि माता के पूजन से चेचक, खसरा जैसे संक्रामक रोेगों से मुक्ति मिलती है। कहा जाता है कि ऋतु परिवर्तन के दौरान इस समय काफी संक्रामक रोगों से बचाव के लिए भक्त शीतला माता की विधि विधान से पूजा अर्चना की शीतला माता प्रसिद्ध हिन्दू देवी है। इनका पूजन चैत्र कृष्णपक्ष की अष्टमी को किया जाता है। शीतलाष्टमी के एक दिन पूर्व उन्हे भोग लगाने के लिए बासी खाना यानी बासौडा तैयार किया जाता हैं बासी पदार्थ ही देवी को नैवेद्य के रूप में अर्पित करते है। यह त्योहार बसौड़ा नाम से भी जाना जाता है। इस दिन श्रद्धालुओं ने माँ शीतला मंदिर पर जाकर विधि विधान से पूजा अर्चना की तथा शरीर स्वस्थ बना रहने की प्रार्थना की। सुबह से ही माता के मंदिर में भक्तों की भीड़ नजर आयी व पूजा का क्रम दिनभर चलता रहा।