संवादों के आदान प्रदान में सूचना तकनीक का करें इस्तेमाल : डॉ. शैलेंद्र कुमार द्विवेदी

कोंच (पीडी रिछारिया) अशोक शुक्ला महिला महाविद्यालय राष्ट्रीय सेवा योजना के विशेष शिविर का रविवार को ग्राम सिकरी में समापन हो गया। समापन सत्र में महाविद्यालय की छात्राओं द्वारा पूरे गांव में जागरूकता रैली निकाली गई और घर घर जाकर गांव की सभी महिला एवं पुरुषों को जागरूक करने का काम किया। सात दिन के अलग-अलग विषयों से लाभान्वित होकर सभी ग्राम वासियों ने एनएसएस की छात्राओं की प्रशंसा की।
इस दौरान महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. शैलेंद्र कुमार द्विवेदी ने अपने संबोधन में कहा कि वर्तमान युग सूचना तकनीकी का युग है, इस युग में छात्राओं को सूचना तकनीक के माध्यम से अपने संवादों को एक दूसरे तक पहुंचाना चाहिए ताकि समाज को लाभ मिल सके। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना से जुड़ी सभी स्वयंसेविकाओं द्वारा सात दिन में पूरे गांव में ऊर्जा की क्रांति फैलाई है, उन्हें विश्वास है कि निश्चित रूप से पूरा समाज लाभान्वित हुआ होगा। राष्ट्रीय सेवा योजना की कार्यक्रम अधिकारी डॉ. मनीषा वर्मा, डॉ. नौशाद, डॉ. निधि मिश्रा, अखिलेश प्रताप सिंह, आकर्ष निगम, आलोक शर्मा, अंजना द्विवेदी, साल्वी राठौर, महेंद्र परिहार, सुमन आदि उपस्थित रहे।
घरेलू हिंसा के प्रति जागरूक किया ग्रामीणों को –
सेठ बद्रीप्रसाद स्मृति महाविद्यालय द्वारा चयनित ग्राम जुझारपुरा में आयोजित एनएसएस शिविर के सातवें दिन घरेलू हिंसा पर संगोष्ठी आयोजित की गई। एनएसएस स्वयंसेवकों ने मौजूद ग्रामीणों को घरेलू हिंसा को रोकने हेतु जागरूक किया। अंत में सभी स्वयंसेवकों को प्रमाण पत्र वितरित किए गए। इस दौरान कोऑर्डिनेटर कन्हैया नीखर, राष्ट्रीय सेवा योजना कार्यक्रम अधिकारी डॉ. सरताज खान, डॉ. ब्रजेंद्र सिंह, डॉ. मृदुल दांतरे, पवन यादव, राधेश्याम, राघवेंद्र, मनोज कुमार, दिनेश बाबू, कदीम सिद्दीकी, राजकुमार गुप्ता, स्वयंसेवक अमन, अभय, अरुण, अविरल, मुकुल, सत्यम, भावना, नेहा, विनय, सोनल, कोमल आदि उपस्थित रहे।