डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा के समक्ष सामूहिक दीप प्रज्ज्वलन व प्रस्तावना का किया पाठ

– 5500 से अधिक बच्चों ने संविधान की चिड़िया बनाकर मनाया संविधान दिवस दिया संदेश
– जिले के 311 गावँ/बस्ती में दीप प्रज्ज्वलन व संविधान की प्रस्तावना का हुआ पाठ
उरई (जालौन) 26 नवम्बर भरतीय संविधान दिवस पर सामाजिक संगठन बुंदेलखंड दलित अधिकार मंच व साथी संगठनों ने संविधान शक्ति युग की शुरुआत की व अम्बेडकर चौराहे पर सामूहिक रूप से दीप प्रज्ज्वलन व संविधान की प्रस्तावना का पाठ किया।
बुंदेलखंड दलित अधिकार मंच के संस्थापक/संयोजक कुलदीप कुमार बौद्ध ने कहा कि आज हम सबको जो भी अधिकार व सम्मान मिला है वो सिर्फ और सिर्फ संविधान की बदौलत मिले है। अर्थात संविधान की शक्ति का युग चल रहा है।
आज बहुमत लोगों के पास कानून और विशेष तौर पर संविधान के बारे में कोई खास जानकारी नहीं है यह सत्य है। यह भी सत्य है की आज की युवा पीढ़ी अपने अधिकार के लिए विशेष जाग्रत पाई जाती है। काश हमारी पाठशाला और विद्यालय में संविधान के बारे में अच्छी तरह से पढ़ाया जाता तो सही में अच्छा होता। सबसे परेशानी की बात यह है की भारत देश आज़ादी के 75 साल मनाने जा रहा है और ढेर सारी उपलब्धिया के बावजूद यह हकीकत है की देश छुआ-छूत, जाती और लिंगभेद से मुक्त नहीं हो पाया। दलितों पर अत्याचार बढ़ते ही जा रहे है।
लोकतान्त्रिक व्यवस्था में यह गैर बराबरी का एकमात्र इलाज संविधान है। संविधान की वजह से दलित आदिवासी महिला अल्पसंख्यक गरीब लोगों के जीवनमें काफी फर्क आया है यह सत्य है और संविधान की जागरूकता बढ़ने से और फर्क आएगा यह अनुभव आधारित सत्य है।
आखिर, यह सत्य है की कलियुग के चलते हुए गरीबों की जिंदगी दुःख और वेदना से भरी हुई है ऐसा जूठा प्रचार आम लोगों की समझमें आ गया है। सही तो यह है की संविधान के अमल होनेपर देशमें अधिकार-प्राप्ति का नया युग संविधान शक्ति युग शुरू हो चूका है। यह नए युग के महत्व समझने और औरों को समझाने के लिए 26 नवंबर संविधान दिवस के दिन यह कार्यक्रम किया गया है।
संगठन के लीडर अजीत, रामसिंह, राजेश, विमल बौद्ध, राजकुमार, संजय वाल्मीकि, राजेस्वरी, रामकुमार, रीता,रिहाना कृष्ण कुमार के कोर्डिनेशन में आज जिले के 311 गांव में संविधान शक्ति युग का कार्यक्रम किया गया, व जिले के 5500 से अधिक बच्चों ने संविधान की चिड़िया बनाकर संवैधानिक मूल्यों का संदेश दिया।
शाम 6 बजे जिला मुख्यालय स्थित डॉ अम्बेडकर चौराहा पर सभी ने सामूहिक रूप से दीप जलाकर संविधान की प्रस्तावना का पाठ किया गया। इस मौके सौम्य, दीपराज, रुद्र प्रताप, निया वर्मा, नंदकुमार, सचिन, प्रदुम्न, पंचम सिंह, प्रेमनारायण पाल, प्रदीप यादव, सुरजीत, प्रत्यूष, अजय प्रकाश सीता वर्मा, दिव्या, दीक्षा व जिले के प्रमुख सामाजिक/ राजनैतिक संगठनों के प्रमुख लीडरों ने हिस्सा लिया।