पुलिस ने दबोचा गौकशी का एक आरोपी, चार अभी भी पकड़ से बाहर

कोंच (पी.डी. रिछारिया)। दो दिन पूर्व आजाद नगर में पकड़े गए गौकशी के एक मामले के फरार आरोपियों में से एक को कोतवाली पुलिस ने उस समय धर दबोचा जब वह कोंच से बाहर भागने की फिराक में एक सुनसान सी जगह पर खड़ा था। मुखबिर की सूचना पर बिना देरी किए पुलिस टीम ने उसकी घेराबंदी करके गिरफ्तार कर लिया। हालांकि पुलिस को पहली सफलता भले ही मिल गई हो लेकिन इस मामले के चार अन्य आरोपी अभी भी पुलिस गिरफ्त से दूर हैं।
मंगलवार की सुबह कोतवाली पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि गौकशी का मुख्य आरोपी कांशीराम कॉलोनी के पास मोड़ पर खड़ा है और संभवतः कहीं बाहर भागने की फिराक में है। बिना देरी किए कोतवाल बलिराज शाही, एसएसआई राजेश सिंह, दरोगा शफीक अहमद, दरोगा आरके सिंह, दरोगा मदनपाल ने पुलिस बल के साथ बताए गए स्थान पर दबिश दी तो आरोपी विनचुक उर्फ इसरार निवासी आजाद नगर पुलिस पार्टी देखकर भागने लगा। पुलिस ने घेराबंदी कर उसे दबोच लिया। पकड़े गए विनचुक के पास से पुलिस ने मवेशी काटने बाली एक छुरी भी बरामद की है जिसका एक अलग मुकदमा कोतवाली में दर्ज किया गया है। पकड़े गए आरोपी को पुलिस ने जेल भेज दिया है।
गौरतलब है कि कोतवाली पुलिस ने शनिवार की भोर में आजाद नगर इलाके में विनचुक के घर पर छापा मारकर करीब दो कुंतल प्रतिबंधित मांस सहित गौवंशों के तमाम अवशेष व कुल्हाड़ी, छुरी आदि मवेशी काटने के तमाम औजार बरामद किए थे। जबकि पुलिस के आने की भनक पाकर आरोपी पहले ही वहां से भाग चुके थे। पुलिस ने इस मामले में पांच आरोपियों विनचुक, फरीद लंगड़ा, तौसीद, गुलजार व कफील निवासीगण आजाद नगर के खिलाफ संबंधित धाराओं सहित गौवध निवारण अधिनियम के तहत एफआईआर दर्ज की थी और बरामद किए गए मांस का नमूना लेकर मांस व अवशेषों को जमीन में दफन करा दिया था। सीओ राहुल पांडे ने सभी भागे आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी के निर्देश कोतवाली पुलिस को दिए गए थे। उन्होंने यह भी कहा था कि आरोपियों के विरुद्ध एनएसए की भी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस को आज पहली सफलता जरूर मिली है लेकिन भागे हुए चार अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी अभी भी पुलिस के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है।