केन्द्र सरकार तीनों काले कानून को वापस लें वरना किसान आंदोलन जारी रहेगा : राजवीर सिंह

उरई। शहर के रामनगर अजनारी रोड़ पर स्थित भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष राजवीर सिंह जादौन ने आज बुधवार को अपने आवास पर आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान कहा कि आषाढ़ माह से किसान व्यापारी से पैसा लेना शुरू कर देता है तथा फसल आने पर अपना माल व्यापारी को बेचने का काम करता है।
सरकार को किसानों की आय दुगनी करनी चाहिए। सरकार को वार्ता करनी है तो वह जगह तो बनाये। उन्होंने कहा कि किसान अपने हक की लड़ाई लड़ रहा है तो उसे देशद्रोही कहा जाता है। किसान सरकार से अपना हक लेकर ही रहेंगे। उन्होंने कहा कि तुम करों तो शिष्टाचार और हम करें तो भ्रष्टाचार है। भाजपा अपने कार्यकर्ताओं से चुनाव नहीं जीतती उसे देश की समूची जनता वोट देकर सरकार बनाती है।
उन्होंने कहा कि देश की नसल बनाने के लिये देश का किसान आंदोलनरत है जिसे वह पूरा करके ही दिखाने का काम करेगा। सरकार कहती है कि हम किसानों को सम्मान निधि दे रहे है यह सरकार की सम्मान निधि नहीं है बल्कि भीख निधि देकर अपमान करने का काम कर रही है जिसे किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। केन्द्र की सरकार पार्टी की सरकार नहीं है यह तो नरेन्द्र मोदी की सरकार देश में संचालित हो रही है।
उन्होंने कहा कि सरकार ने तीन किसान विरोधी कानून बाद में बनाये जबकि पूंजी पतियों के गोदाम पहले ही बनवा दिये गये। जबकि सरकार को पहले कानून बनाना चाहिए था बाद में गोदाम बनाने चाहिए थे। उन्होंने कहा कि 2014 में कांग्रेस की सरकार के दौरान किसान आंदोलन कर रहे थे तब भाजपा के लोग किसानों के पक्ष में थे आज वहीं भाजपा के लोग किसान आंदोलन का विरोध कर रहे है।
पत्रकार वार्ता के दौरान प्रमुख रूप से बलराम सिंह लम्बरदार, डा. द्वजेन्द सिंह निरंजन जिलाध्यक्ष भाकियू , दिनेश प्रताप जिला प्रवक्ता, राजू मलथुआ, बृजेश राजपूत, भवन राजपूत, मंगल सिंह, भगवानदास, देवेन्द्र विधुआ, बृजेन्द्र राजपूत, रामकुमार सहित अन्य संगठन के लोग मौजूद रहे।