कर करेत्तर एवं राजस्व वसूली की समीक्षा बैठक हुई सम्पन्न

उरई। कर करेत्तर एवं राजस्व वसूली की माह जुलाई की समीक्षा बैठक जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में सम्पन्न हुई। बैठक में जिलाधिकारी द्वारा पिछले माह के विभागों की राजस्व वसूली की समीक्षा के दौरान उन्होंने व्यापार कर, स्टाम्प रजिस्ट्रेशन, वाहन कर, यात्री कर, आबकारी, खनन, विधुत एवं भू-राजस्व की प्रगति की जानकारी की जो विभागों द्वारा प्रगति के संबंध में बताया गया। जिलाधिकारी ने विभागों के राजस्व वसूली की प्रगति धीमी पायी जाने पर कड़ी नाराजगी जाहिर करते हुये इसे अगले माह तक प्रगति में तेजी लाये जाने के कड़े निर्देश दिये। उन्होने इस संबंध में संबंधित विभागों द्वारा राजस्व वसूली के संबंध में क्या-क्या किये जा रहे है उसकी भी जानकारी की तथा उसमें तेजी लाये जाने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी द्वारा मण्डी वसूली तथा समस्त नगर पालिकाओं के राजस्व वसूली की भी समीक्षा की जो वसूली सन्तोष जनक नही पायी गयी। उन्होने इस संबंध में संबंधित अधिशाषी अधिकारी नगर पालिका को निर्देशित किया कि अपने-अपने क्षेत्रों के अस्पतालों के पास पार्किंग की सुविधा सुनिश्चित की जाये जिससे नगर पालिकाओं की आय में वृद्धि हो। उन्होने यह भी कहा कि राजस्व वसूली हेतु सभी नगर पालिकाओं में संसाधन बढ़ाये जाये। उन्होने समस्त अधिशाषी अधिकारी नगर पालिका को निर्देशित किया कि आय बढ़ाने हेतु हाउस टैक्स को रिवाइज किया जाये। जिलाधिकारी द्वारा अधिशाषी अधिकारी माधौगढ़ को निर्देशित किया कि उनके यहां 08 दुकानें खाली पड़ी है जिसे शीघ्र नीलामी कराते हुये उसे आवंटित कराये जाये। जिलाधिकारी द्वारा सभी उपस्थित अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे निर्धारित लक्ष्य के सापेक्ष वसूली शत प्रतिशत पूर्ण किये जाये। इसमें किसी भी प्रकार की शिथिलता एवं लापरवाही क्षम्य नही होगी। बैठक में अपर जिलाधिकारी (वि0/रा0) पूनम निगम, नगर मजिस्ट्रेट सुनील कुमार शुक्ला, उपजिलाधिकारी कोंच अंकुर कौशिक, उपजिलाधिकारी सदर सत्येन्द्र कुमार, उपजिलाधिकारी कालपी कौशल कुमार, उपजिलाधिकारी जालौन मीनू राणा, उपजिलाधिकारी माधौगढ़ शालिगराम एवं समस्त अधिशाषी अधिकारी नगर पालिका/नगर पंचायत सहित संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।